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श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर…जयपुर में बना राजस्थान का पहला ऑटोमेटिक रोप-वे, इसी महीने होगा शुरू

राजधानी जयपुर में ऊंचाई पर बने मंदिरों तक पहुंचने के लिए सिढ़ियां चढ़ने के झंझट से जल्द ही छुटकारा मिलने वाला है।
01:04 PM Sep 13, 2023 IST | Anil Prajapat
Rajasthan first automatic ropeway

Rajasthan first automatic ropeway : जयपुर। राजधानी जयपुर में ऊंचाई पर बने मंदिरों तक पहुंचने के लिए सिढ़ियां चढ़ने के झंझट से जल्द ही छुटकारा मिलने वाला है। जयपुर के दिल्ली रोड स्थित खोले के हनुमानजी मंदिर को पहले ऑटोमेटिक रोप वे की सौगात मिलने वाली है। अन्नपूर्णा माता मंदिर से वैष्णो माता मंदिर तक 436 मीटर लंबाई में रोप-वे बनकर तैयार हो गया है। यह राजस्थान का पहला ऑटोमेटिक रोप वे होगा। खास बात ये है कि यहां पर लगने वाले रोप वे के केबिन डोर ऑटोमेटिक होंगे यानी श्रद्धालु जैसे ही केबिन में बैठेंगे, उसके तुरंत बाद ट्रॉली का दरवाजा ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा।

जयपुर के खोले के हनुमान जी मंदिर में राजस्थान के पहले ऑटोमैटिक रोप-वे का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसी महीने उद्घाटन करेंगे। रोप-वे निर्माता कंपनी आरओके इनोवेशन के डायरेक्टर कैलाश खंडेलवाल ने बताया कि मंदिर संचालन समिति श्री नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने सीएम गहलोत से मुलाकात कर उद्घाटन का समय मांगा है। हालांकि, अभी मुख्यमंत्री के व्यस्त कार्यक्रम के कारण समय नहीं मिल रहा है। लेकिन, हमारी ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। सोमवार को पुष्य नक्षत्र में रोप-वे का पूजा-अर्चना कर मुहूर्त किया गया और इसी महीने के अंत तक सीएम गहलोत इसका उद्घाटन करने वाले है।

15 से शुरू होगा मानव परीक्षण

बता दें कि 436 मीटर लंबाई में बने इस रोप-वे का काम 2 साल पहले शुरू हुआ था और 18 करोड़ रुपए खर्च हुए है। महीनेभर पहले रोप-वे की ट्रॉलियों में 480 किलो वजन रखकर रोजाना 5 घंटे सफल ट्रायल किया गया। अब 15 सितंबर से मानव ट्रायल होगा। इसके सफल होने के बाद श्रद्धालुओं के लिए इसे चालू कर दिया जाएगा। इस रोप-वे नाम खोले के हनुमान जी रोप-वे रखा गया है। हालांकि, पहले इसका नाम अन्नपूर्णा माता रोप-वे रखने की चर्चा थी। लेकिन, खोले के हनुमान जी का नाम प्रसिद्ध होने के कारण इसका नाम खोले के हनुमान जी रोप-वे रखा गया है।

क्यों है खास?

खास बात ये है कि ट्रॉली जैसे ही प्लेटफॉर्म से आगे बढ़ेगी, वैसे ही इसके गेट ऑटो लॉक हो जाएंगे। रोप-वे इलेक्ट्रिक संचालित है, इसकेलिए अलग से ट्रांसफार्मर लगाया गया है। किसी कारण बिजली चले जाने पर जनरेटर पर पावर सप्लाई ऑटो स्विच हो जाएगी। ऐसे में श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। रोप-वे का संचालन सुबह 9 से रात के 9 बजे तक किया जाएगा। इस रोप-वे में 12 केबिन लगाए गए हैं। एक केबिन में 6 लोग बैठकर जा सकेंगे। हर घंटे 700 से 800 लोग सफर कर सकेंगे।

कितना लगेगा किराया

अभी खोले के हनुमानजी मंदिर से वैष्णो देवी मंदिर तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को 121 खड़ी सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है और एक घंटे से ज्यादा का समय लगता था। लेकिन, रोप वे शुरू होने के बाद मात्र 4.30 मिनट लगेंगे। जयपुर जिले कलेक्टर ने बच्चों, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए इसे फ्री करने का सुझाव दिया था, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में बच्चों, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और दिव्यांगजनों का टिकट 75 रुपए रखा गया है। वहीं, वयस्कों का आने-जाने का किराया 150 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।

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