चुनावी मौसम में जमकर हो रहा पैसे की हेराफारी का खेल! राजस्थान में 15 दिनों में 244 करोड़ की नकदी जब्त
Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस, आबकारी, आयकर एवं अन्य प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध नकदी, शराब, ड्रग्स, सोना-चांदी आदि की जप्ती का नया रिकॉर्ड बनाया है। निर्वाचन विभाग के समन्वय और मुस्तैदी के चलते साल 2023 में जप्ती का आंकड़ा एक हजार करोड़ के पास पहुंच गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि जून से अब तक 892 करोड़ रुपए की नकदी और अन्य सामग्री जब्त की गई है। वहीं, आचार संहिता लगने के बाद पिछले 15 दिनों में 244 करोड़ रुपए की नकदी और अन्य सामग्री जब्त की जा चुकी है। इसमें अवैध शराब, ड्रग्स एवं मादक पदार्थ, सोना-चांदी, फ्रीबीज तथा अन्य सामान शामिल है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने बताया कि पुलिस, आयकर सहित अन्य एजेंसियों ने 39 करोड़ 30 लाख रुपए नकद जब्त किए गए। वहीं, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, पुलिस व अन्य एजेंसियों ने 46 करोड़ 76 लाख रुपए के ड्रग्स एवं मादक पदार्थ जब्त किए गए। इसके अलावा 10 लाख 60 हजार 855 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई है। जिसकी कुल कीमत 20 करोड़ 12 लाख रुपए है। सुरक्षा एजेंसियों ने 30 करोड़ 40 लाख रुपए का सोना-चांदी व अन्य बहुमूल्य धातुएं जब्त की हैं।
जप्ती के मामले में जयपुर नंबर वन
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि अलग-अलग एजेंसियों की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार आचार संहिता लगने के बाद से अब तक जब्ती के मामले में जयपुर राजस्थान में सबसे आगे है। वहीं, उदयपुर दूसरे, बाड़मेर तीसरे, भीलवाड़ा चौथे, अलवर पांचवें, जोधपुर छठे, श्रीगंगानगर सांतवें, सीकर आठवें, चित्तौड़गढ़ नवें और पाली दसवें नंबर पर है।
चुनावी साल में हुई तीन गुना वृद्धि
बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग और जांच एजेंसियां अवैध मादक पदार्थों व नकदी के खिलाफ सख्ती बरत रही हैं। आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए पुलिस, इनकम टैक्स, आबकारी विभाग सहित अन्य एजेंसियां भी पूरी तरह अलर्ट मोड़ पर है।
जिसके चलते नकदी, अवैध शराब, ड्रग्स और सोना-चांदी की जब्ती में इस साल तीन गुना वृद्धि हुई। जबकि साल 2022 में 347 करोड़ और साल 2023 में 1021 करोड़ रुपए की जब्ती हुई थी।
ये खबर भी पढ़ें:-जमीनी विवाद में खूनी संघर्ष…युवक पर 8 बार चढ़ाया ट्रैक्टर का पहिया, मर्डर के बाद गांव में तनाव के हालात