Rajasthan Election 2023 : अपने-अपने नेता को टिकट दिलाने की होड़…पहली लिस्ट से पहले ही कांग्रेस में बवाल
Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की पहली सूची आने से पहले ही पार्टी में बवाल शुरू हो गया हैं। विधानसभा चुनावों में अपने-अपने नेता को टिकट दिलाने की होड़ में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। भाजपा में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद विरोध जारी है तो कांग्रेस में सूची आने से पहले ही विरोध शुरू हो गया हैं। राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस में अभी पहली सूची जारी नहीं हुई है। वहीं कई वर्तमान विधायकों को टिकट नहीं देने की मांग ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार को जयपुर पीसीसी वॉर रूम में संभावित दावेदारों के नामों को लेकर चर्चा होती रही और बाहर कई विधायकों के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन का दौर चलता रहा। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत अन्य नेता जिस समय बैठक कर रहे थे, तब वॉर रूम के बाहर कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन चलता रहा।
एक दर्जन वर्तमान विधायकों का विरोध
कांग्रेस वॉररूम के बाहर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने करीब एक दर्जन विधानसभा क्षेत्रों के वर्तमान विधायकों के टिकट काटने की मांग रखी। इसमें जयपुर की किशनपोल से अमीन कागजी, आदर्श नगर से रफीक खान, सवाई माधोपुर से विधायक दानिश अबरार और फुलेरा से विद्याधर चौधरी के विरोध में वॉर रूम के बाहर सैंकड़ों लोगों का जमावड़ा लगा रहा।
साथ ही गंगापुर सिटी और सरदारशहर अनिल शर्मा, कामां से जाहिदा खान विधायक के खिलाफ लोग पहुंचे और उनको टिकट नहीं देने की पैरवी करते हुए नारेबाजी की। ये कार्यकर्ता अपने साथ बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे और स्थानीय विधायक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं का साफ कहना है कि अगर स्थानीय विधायकों के टिकट नहीं काटे गए, तो फिर कांग्रेस पार्टी चुनाव नहीं जीतेगी।
मौजूदा विधायक के खिलाफ हमेशा रहती है नाराजगी: सीएम गहलोत
पीसीसी वॉर रूम में बैठक के बाद सीएम गहलोत मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने विधायकों के खिलाफ लोगों की नाराजगी को लेकर कहा कि मौजूदा विधायक के खिलाफ हमेशा नाराजगी रहती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन सच्चाई भी हो सकती हैं और षड्यंत्र भी हो सकता हैं।
टिकट मांगने का सभी को है अधिकार: डोटासरा
वहीं पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस को 3 हजार से ज्यादा दावेदारों के आवेदन मिले हैं। किसी विधानसभा सीट पर एक तो किसी पर दो और चार आवेदन आए हैं। उन्होंने कहा कि टिकट मांगने का सभी को अधिकार हैं। वहीं टिकट की दावेदारी को लेकर आए आवेदनों और उम्मीदवारों की जमीनी हकीकत की जांच के बाद जिताऊ उम्मीदवार को ही पार्टी प्राथमिकता देगी।