Rajasthan Election 2023 : प्रत्याशी चयन में बगावत का ख्याल…कांग्रेस ने पायलट तो BJP ने राजे गुट को दी तवज्जो
Rajasthan Election 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पहली और भाजपा ने दूसरी सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने 33 प्रत्याशियों को पहली सूची में मैदान में उतारा है और भाजपा ने दूसरी सूची में जिन 83 नामों का ऐलान कर पार्टी में चल रही गुटबाजी खत्म करने का संदेश दिया है। भाजपा की पहली 41 नामों की सूची के बाद सामने आए विरोध को देखते हुए दोनों ही पार्टियों ने प्रत्याशी चयन में डेमेज कंट्रोल करने और बगावत रोकने का विशेष ध्यान रखा।
इसलिए पहली सूची में जगह नहीं बना पाने वाले वसुंधरा राजे गुट के चेहरों को भाजपा की दूसरी सूची में जगह मिली तो कांग्रेस की पहली सूची में सचिन पायलट कैंप से जुड़े दावेदारों का पूरा ख्याल रखा गया। भाजपा अब तक 124 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। पहली सूची में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम नहीं था। ऐसे में झोटवाड़ा सीट से टिकट कटने के बाद कई दावेदरों ने आरोप लगाए थे कि वसुंधरा गुट में होने के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया गया। अब दूसरी सूची में वसुंधरा गुट के 14 नेताओं को जगह मिली है।
वसुंधरा राजे गुट के इन नेताओं को टिकट
भाजपा ने दूसरी सूची में राजे गुट के कालीचरण सराफ को मालवीय नगर, प्रताप सिंह सिंघवी छबड़ा, गुरदीप सिंह शाहपीणी संगरिया, श्रीचंद कृ पलानी निंबाहेड़ा, अभिषेक मटोरिया नौहर, संतोष अहलावत सूरजगढ़, कालूलाल मेघवाल डग, नरेंद्र नागर खानपुर, गोविंद रानीपुरिया मनोहरथाना, प्रेम सिंह बाजौर नीमकाथाना, कै लाश चंद वर्मा बगरू, हेम सिंह थानागाजी, मनजीत धर्मपाल बानसुर और संजय शर्मा अलवर से उम्मीदवार बनाया है।
पायलट कैंप के चेहरों को मिली जगह
कांग्रेस ने बगावत की संभावना को देखते हुए अपनी पहली सूची में सचिन पायलट के धड़े के लोगों को जगह दी है। कांग्रेस ने पहली सूची जारी करते हुए पायलट कैंप से जुड़े इंद्रराज सिंह गुर्जर को विराट नगर, राम निवास गावड़िया को परबतसर और मुकेश भाकर को लाडनूं विधासभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं सचिन पायलट खुद अपनी टोंक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस में एक मुस्लिम तो भाजपा में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं
भाजपा की जारी दोनों ही सूची में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं हैं। पिछले चुनाव में 200 में से के वल एक टिकट वसुंधरा राजे समर्थक यूनुस खान को दिया गया था। वहीं कांग्रेस से सिर्फ एक मुस्लिम चेहरे दानिश अबरार को जगह मिली हैं। अल्पसंख्यक बहुल मानी जाने वाली सीटों पर दो महंतों को उतारा गया है। भाजपा ने पहली सूची में तिजारा से बाबा बालकनाथ का नाम था। दूसरी सूची में जैसलमेर की पोकरण सीट से महंत प्रतापपुरी को प्रत्याशी बनाया गया है।
पार्टी ज्वॉइन करने वालों को टिकट
इसके साथ ही प्रदेश भाजपा ने उन चेहरों पर भी दांव खेला है, जिन्होंने हॉल ही में भाजपा ज्वॉइन की है। इन्हीं में से कांग्रेस की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को नागौर से उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया है। वहीं, नाथद्वारा सीट पर विश्वराज सिंह मेवाड़ पर पार्टी ने भरोसा जताया है। मकराना सीट को लेकर भी भाजपा का निर्णय चौंकाने वाला रहा। यहां से भाजपा के निशान पर जीते हुए विधायक रूपाराम की जगह पार्टी ने नए चेहरे के रूप में सुमिता भींचर को मैदान में उतारा है। वहीं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया की उदयपुर सीट पर ताराचंद जैन को उम्मीदवारी सौंपी गई है।
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