Rajasthan Elections : इस प्रत्याशी ने चुनाव लड़ने के लिए जनता से मांगे पैसे, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल
डूंगरपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बाकी है। विधानसभा चुनावों के लिए आज चुनावी उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का आखिरी दिन है। इस दौरान प्रत्याशियों के बयान, वादे, आरोप-प्रत्यारोप, प्रचार के अजब गजब तरीके सब चर्चा में हैं। चुनाव की गहमागहमी के बीच कई बयान और बातें किस्से बन रहे हैं। चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार और प्रत्याशी अलग-अलग तरह के पैंतरे अपना रहे हैं।
इसी बीच डूंगरपुर जिले में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) का प्रत्याशी कांतिलाल चर्चाओं में हैं। बताया जा रहा है कि बीएपी प्रत्याशी कांतिलाल ने चुनाव लड़ने के लिए जनता से ही पैसे मांग लिए। सोशल मीडिया पर वो ट्रोल भी हो गए। दरअसल, कांतिलाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डाली है। इसके बाद कई लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। कुछ उनके साथ भी हैं और सहयोग देने की बात लिख रहे हैं।
बीएपी प्रत्याशी कांतिलाल ने जनता से मांगे पैसे…
बता दें कि बीटीपी से टूटकर अलग भारत आदिवासी पार्टी बीएपी बनी है। बीएपी पार्टी ने इस बार डूंगरपुर विधानसभा सीट पर कांतिलाल रोत को प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने डूंगरपुर निर्वाचन अधिकारी को नामांकन पत्र में दिए गए शपथ पत्र में जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास सिर्फ 4 लाख 86 हजार 130 रुपए की संपत्ति है। इसके बाद कांतिलाल ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की है। फेसबुक पर किए गए पोस्ट में कांतिलाल रोत की फोटो भी लगी है। उसके साथ केनरा बैंक की अकाउंट डिटेल भी पोस्ट की गई है।
उन्होंने इस पोस्ट में लिखा है-साथियों मैं कांतिलाल रोत डूंगरपुर विधानसभा से प्रत्याशी हूं। आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़ों के आत्मसम्मान और हिस्सेदारी की लड़ाई पिछले 20 वर्षो से लड़ता आ रहा हूं। इस संघर्ष को विधानसभा में जारी रखने के लिए आज मुझे आपके आर्थिक सहयोग की जरूरत है। आप इसमें सहभागी बनें।
दूसरे प्रत्याशी से पैसे लेने की सलाह…
सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद कांतिलाल ट्रोल हो गए। कई लोगों ने इसे बिजनेस बताया तो कई लोगों ने लिखा कि आर्थिक रूप से मजबूत व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए। कई लोगों ने उन्हें भारत आदिवासी पार्टी के नेता और चौरासी से विधायक राजकुमार रोत और सागवाड़ा से विधायक रामप्रसाद डिंडोर के पास करोड़ों की संपत्ति बताकर उनसे पैसे लेकर चुनाव लड़ने की सलाह दे डाली। हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें सहयोग करने की बात भी लिखी है।