बाहर ना-ना...अंदरखाने रणनीति बना रही BJP-कांग्रेस, BSP, BAP, RLP और AAP के पास होगी सत्ता की चाबी!
Rajasthan Election 2023 : जयपुर। समय का चक्र देखिए, विधानसभा चुनाव में कांटे की तरह चुभ रहे बागी अब कांग्रेस एवं भाजपा दोनों के लिए ही फूल से भी अधिक प्यारे हो गए हैं। बहुमत के आंकड़े में संभावित कमी को पाटने के लिए दोनों दलों ने ही जीत की संभावनाओं वाले निर्दलीय और अपने बागी प्रत्याशियों को अपने पाले में लाने की तैयारी शुरू है। इसके लिए खास नेताओं की स्पेशल टास्क फोर्स तैनात है। बाड़ेबंदी की पूरी तैयारी की जा रही है, जिसमें चुनाव नतीजे आते ही निर्दलीय विधायकों को ले जाने के इंतजाम सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
हालांकि, कांग्रेस और भाजपा के नेता फिलहाल बाड़ेबंदी से भले ही इनकार कर रहे हैं, लेकिन अंदरखाने में जयपुर से लेकर दिल्ली तक चल रही बैठकों में यह साफ सुनाई दे रहा है कि सत्ता का सफर निर्दलीयों की बैसाखी से ही सत्ता की सीढ़ियां चढ़ा जा सकता है। तीसरे मोर्चे के रूप में बाप, आप, आरएलपी, बसपा, माकपा एवं अन्य दलों के प्रत्याशियों पर भी नजर है।
बूथवार मतदान प्रतिशत विश्लेषण के बाद दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने बागियों की हार जीत का आकलन कर लिया है। चुनाव नतीजों से पूर्व दोनों पार्टियां बागियों को अकेला नहीं छोड़ना चाह रही है। मतदान के बाद से लगातार किसी न किसी बहाने उनसे संवाद कायम किया जा रहा है। ताकि चुनाव नतीजे आते ही चुनाव तथाकथित ‘प्रशिक्षण कार्यक्रम’ के नाम पर होने वाली बाड़ेबंदी में इनमें से जीतने वालों को लाने में आसानी रहे।
भाजपा की इन पर नजर
भाजपा की डीडवाना में यूनुस खान, शाहपुरा में कैलाश मेघवाल, चित्तौड़गढ़ में चंद्रभान सिंह आक्या, सांचौर में जीवाराम चौधरी, किशनगढ़ में सुरेश टांक, बयाना में रितु बानावत, अजमेर उत्तर में ज्ञानचंद सारस्वत, खंडेला में बंशीधर बाजिया, शिव में रविंद्र सिंह भाटी, बानसूर में रोहिताश शर्मा सहित अन्य पर नजर है।
कांग्रेस की इन पर नजर
कांग्रेस की गंगानगर में करुणा चांडक, सादुलशहर में ओम बिश्नोई, लूणकरणसर में वीरेंद्र बेनीवाल, बसेड़ी में खिलाड़ी लाल बैरवा, शाहपुरा में आलोक बेनीवाल, के शोरायपाटन में राके श बोयत, विराट नगर में रामचंद्र सराधना, नागौर में हबीबुर रहमान, राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ में जोहरी लाल मीणा, मुंडावर में अंजली यादव, मनोहर थाना में कैलाश मीणा सहित अन्य पर नजर है।
अब तीसरे मोर्चे के साथ की बात
इस बार भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी), आरएलपी, बसपा, आप सहित अन्य दलों के प्रत्याशियों ने कई क्षेत्रों में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया है। आरएलपी के प्रत्याशियों ने नागौर, पाली, झुंझुनूं, जोधपुर, सिरोही, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर सहित कई जिलों में ताकत दिखाई है। वहीं, सत्ता संकट में सीएम गहलोत के साथ रही बीएपी ने भी वागड़ की तो, बसपा और आप ने भी कुछ सीटों पर इस बार फिर दम दिखाया है। त्रिशंकु की स्थिति में इन पार्टियों के पास सत्ता की चाबी होगी।
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