परंपरागत वोटबैंक पर फोकस, गहलोत की योजनाओं पर जोर…दिल्ली में कांग्रेस के 'महामंथन' से क्या निकला?
Rajasthan Congress Leaders Meeting: राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनको लेकर कांग्रेस आलाकमान हरकत में आ गया है जहां गुरुवार को राजधानी दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय हाईकमान ने राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के साथ गहरा मंथन किया. इस बैठक में विधानसभा चुनावों की रणनीति और तैयारियों को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने राजस्थान के 30 नेताओं के साथ करीब पौने 4 घंटे चर्चा की. बैठक के बाद कांग्रेस आलाकमान की ओर से बताया गया कि राजस्थान में चुनावों से पहले सितंबर में ही टिकटों का वितरण कर दिया जाएगा और जिताऊ उम्मीदवार को मौका मिलेगा.
वहीं पार्टी बैठक में सभी नेताओं ने एकसुर में राजस्थान में चुनाव जीतने पर मंत्रणा की और पुरानी बातें भूलकर भविष्य पर फोकस करने का मंत्र दिया गया. इसके अलावा कांग्रेस ने चुनावों में परम्परागत वोटर्स को साधने की रणनीति और गहलोत सरकार की योजनाओं को आखिरी छोर तक ले जाने की रणनीति पर चर्चा की. इसके साथ ही बैठक में शामिल सभी नेताओं को राजस्थान चुनाव जीतने को लेकर टास्क दिया गया.
चुनावी अभियान का आगाज
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केसी वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि राजस्थान के सभी विधायक और मंत्रियोंग को सरकार की योजनाओं को घर-घर जाकर लोगों तक पहुंचाने का टारगेट दिया गया है जहां सरकार के कामों के बारे में घर-घर जाकर जानकारी दी जाएगी जिसके लिए अभियान की कल से शुरूआत हो जाएगी.
सितंबर में होगा टिकट वितरण
वहीं चुनावों में टिकट बांटने को लेकर पार्टी आलाकमान राजस्थान में कई तरह के सर्वे कर रहा है जिसके बाद चुनाव जीतने की संभावना के आधार पर सितंबर के पहले हफ्ते में प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया जाएगा. वेणुगोपाल ने कहा कि सत्ता और संगठन के बीच तालमेल को बढ़ाने की दिशा में आगे काम किया जाएगा और हमारी सरकार ने 5 साल में अच्छा काम किया है और अब हम योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने की दिशा में अग्रसर होंगे.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने राजस्थान में माहौल बदला है और कर्नाटक चुनावों के नतीजे भी राजस्थान में खासी भूमिका तय करेंगे. वेणुगोपाल के मुताबिक छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, तेलंगाना के बाद राजस्थान को लेकर यह हमारी 5वीं बैठक थी और हम पांचों राज्यों में बीजेपी को हराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
पेपर लीक को लेकर गंभीर सरकार
वहीं पेपर लीक को लेकर वेणुगोपाल ने कहा कि सचिन पायलट ने पेपर लीक को लेकर कुछ मांगें उठाई थी वो सामान्य मांग थी और वो उनकी ही नहीं राजस्थान की जनता की भी मांग है और उनको देखते हुए ही हमारी राजस्थान सरकार ने आरपीएससी में नियुक्तियों को लेकर हम योग्यता पर नया बिल लेकर आ ही रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पेपर लीक को रोकने के लिए हमारी सरकार कड़ा कानून तैयार कर रही है और जल्द लेकर आ रही है जिसमें हम सजा के प्रावधान सख्त करने जा रहे हैं. वहीं उन्होंने जानकारी दी कि बैठक में हमनें तय किया है कि अब सभी नेता अनुशासन में रहेंगे और पार्टी से जुड़े मसलों पर पार्टी फोरम पर बोलेंगे और अगर कोई सार्वजनिक तौर पर कोई बोलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
परम्परागत वोटर्स पर फोकस
वहीं बैठक के बाद राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि जो बीत गया उसको खत्म कर हमनें भविष्य की बात की. उन्होंने कहा कि हमारा सर्वे चल रहा है और सर्वे पूरा होने के बाद हम कर्नाटक की तरह की प्रत्याशियों का ऐलान चुनावों से पहले ही कर देंगे. रंधावा ने कहा कि हम पार्टी के परंपरागत वोटबैंक, एससी-एसटी, ओबीसी और लोअर क्लास जनरल समुदायों के लोगों पर फोकस किया जाएगा और सरकार की योजनाओं को उन तक पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि राहुल-प्रियंका और पार्टी अध्यक्ष खरगे राजस्थान चुनावों में प्रचार करेंगे और अबकी बार इतिहास बदलेगा. वहीं प्रदेश संगठन में जल्द ही रिपोर्ट्स के आधार पर बची हुई नियुक्तियां होंगी.
गहलोत ने किया जीत का दावा
वहीं बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने आलाकमान के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि राजस्थान में इस बार जनता का मूड हमारे पक्ष में दिख रहा है जहां जनता ने सरकार रिपीट करवाने का मन बना लिया है. वहीं गहलोत ने सरकार की वेलफेयर योजनाओं का फीडबैक देने के साथ ही महंगाई राहत कैंप के आंकड़े भी बैठक में रखे.
मालूम हो कि कांग्रेस की इस बैठक में सचिन पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित 30 प्रमुख नेता मौजूद रहे जहां कई मंत्री और विधायक शामिल थे. वहीं, बैठक में सीएम अशोक गहलोत जयपुर से वर्चुअली जुड़े थे.