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राजस्थान के घमासान में BSP की ओपनिंग, अवाना-वाजिब का रास्ता बंद...जानें 3 नए चेहरों की कुंडली

राजस्थान चुनावों के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने अपने 3 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है.
01:20 PM Jul 28, 2023 IST | Avdhesh

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ जहां बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है वहीं अन्य दल भी चुनावी रण में अपनी कवायद तेज कर चुके हैं जहां बीते गुरुवार को मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने अपने 3 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बसपा ने धौलपुर, नदबई और नगर विधानसभा से 3 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है.

बसपा ने जिन 3 सीटों पर नामों का ऐलान किया है उनमें से दो पर बसपा के वर्तमान में विधायक है. ऐसे में नदबई और नगर से बसपा ने दोनों की नए चेहरों को मौका दिया है जिसके बाद जोगिंदर अवाना और वाजिब अली का बसपा से रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है.

बता दें कि बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देशों के मुताबिक राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने धौलपुर शहर से रितेश शर्मा, भरतपुर के नगर से खुर्शीद अहमद, भरतपुर के नदबई से खेमकरण तौली को मौका दिया है जो तीनों ही नए चेहरे हैं. दरअसल बसपा 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है लेकिन फोकस 60 सीटों पर है.

पूर्व मंत्री के भतीजे को धौलपुर से टिकट

बीएसपी ने धौलपुर शहर की सीट से नगर परिषद के पूर्व सभापति रितेश शर्मा को मौका दिया है जो पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के भतीजे हैं. रितेश ने 2010 में कांग्रेस छोड़ दी जिसके बाद बीजेपी के टिकट से सभापति का चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की.

इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले रितेश ने कांग्रेस का दामन थाम लिया. हालांकि कांग्रेस से उन्होंने अपनी पारी इस साल खत्म कर दी जहां इस साल जून महीने में रितेश बसपा जॉइन कर ली.

वहीं 2018 में धौलपुर से बीजेपी की शोभारानी कुशवाहा को जीत मिली थी जिन्हें बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के दौरान निलंबित कर दिया था. इसके साथ ही 2013 के चुनावों में बसपा के टिकट पर बीएल कुशवाहा ने जीत हासिल की थी.

भरतपुर जिला प्रमुख को नदबई से मौका

वहीं भरतपुर के नदबई से खेमकरण तौली को मौका दिया गया है जो भरतपुर जिला प्रमुख भी रहे हैं. इन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव नदबई से निर्दलीय लड़ा था जहां उनको 29 हजार 529 वोट मिले थे. वहीं उनके सामने BSP की टिकट से लड़े जोगिंदर सिंह अवाना की जीत हुई थी.

इसके अलावा बीएसपी का इस बार फोकस भरतपुर, धौलपुर के अलावा करौली अलवर, सवाई माधोपुर, दौसा, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, हनुमानगढ़, गंगानगर, बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिलों की सीटों पर भी है. वहीं 39 अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए सुरक्षित सीटों पर भी बीएसपी रणनीति बना रही है.

नगर से खुर्शीद अहमद को चांस

वहीं भरतपुर नगर सीट से बसपा ने खुर्शीद अहमद को टिकट दिया है जहां से 2018 में वाजिब अली को मौका मिला था जो जीतकर विधायक बने थे. हालांकि 2020 के सियासी प्रकरण के बाद बसपा के विधायक वाजिब अली ने कांग्रेस का रूख किया और इस बार उनका टिकट काट दिया गया.

गौरतलब है कि 2018 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में BSP को 6 सीटों पर जीत मिली थी जहां उदयपुरवाटी से राजेंद्र गुढ़ा, नदबई से जोगिंदर सिंह अवाना, भरतपुर के नगर से वाजिब अली, करौली से लाखन सिंह मीणा, तिजारा से संदीप यादव और अलवर के किशनगढ़ बास से दीपचंद खेरिया बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते थे.

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