‘चिरंजीवी’ हुआ राजस्थान, 1.40 करोड़ से ज्यादा परिवार मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में रजिस्टर्ड
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की योजनाओं से राजस्थान चिरंजीवी बन गया है। प्रदेश के 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा परिवार चिरंजीवी योजना में रजिस्टर्ड हो चुके हैं। वहीं 4 हजार 965 करोड़ से ज्यादा की राशि से 44 लाख 95 हजार से ज्यादा मरीजों को अस्पतालों में फ्री इलाज मिल चुका है। प्रदेश सरकार ने योजना में मंगलवार को कॉक्लियर इम्प्लांट रिप्लेसमेंट और डायबिटीज रोगियों के लिए पैकेज शामिल किए हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने इस संबंध में 42 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इसके तहत कॉक्लियर इम्प्लांट रिप्लेसमेंट के लिए चार पैकेज और टाइप-वन डायबिटीज रोगियों के लिए इंसुलिन पंप के पैकेज का अनुमोदन किया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के रुप में पहले साल में इसे संभागीय स्तर पर 7 मेडिकल कॉलेजों में लागू किया जाएगा।
93% परिवार पहुंचे मंहगाई राहत कैंप में
राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एंजेसी की 8वीं गवर्निंग बॉडी की बैठक मंगलवार को शासन सचिवालय में हुई। मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में इस बैठक में बताया गया कि चिरंजीवी योजना में पंजीकृत परिवारों में से 93 प्रतिशत से ज्यादा परिवारों ने मंहगाई राहत कैं पों में रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।
सीएस ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो परिवार अब भी योजना में पंजीकृत होने से वंचित रह गए हैं, उन्हें योजना से जोड़ा जाए। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने बताया कि बजट घोषणा की अनुपालना में योजना से जुड़े लोगों को राज्य से बाहर अंग प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध करवाने केलिए विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
इलाज के बाद सीएम से मिला कालू
12 जून को आसपुर में कालू अपनी दांतों की बीमारी को लेकर सीएम अशोक गहलोत सेमिले थे। सीएम ने इनके इलाज केनिर्देश दिए। 14 दिन में इलाज के बाद कालू डूंगरपुर में फिर चमचमाते दांतों की मुस्कुराहट के साथ गहलोत सेमिले। कालू ने बताया कि उनका इलाज का कोई पैसा नहीं लगा। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में उनका फ्री इलाज हुआ।
बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने बताया कि राज्य के बाहर अंग प्रत्यारोपण केलिए जाने वाले मरीज व उसके एक सहयोगी के हवाई जहाज से आने-जाने के लिए 1 लाख रुपए तक की राशि के पुनर्भरण का प्रावधान भी किया गया है। इस पर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति और बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की और प्रगति पर संतुष्टि जाहिर की। इस दौरान राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुचि त्यागी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव सैनी सहित अन्य अधिकारियों ने चिरंजीवी योजना से प्रदेश के लोगों को मिल रहे लाभों के बारे में बताया।
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