'मुझे घसीटा गया, मुक्के-लात मारे गए'...विधानसभा में लाल डायरी पर बवाल, गुढ़ा ने लगाए पीटने के आरोप
Rajendra Gudha: राजस्थान विधानसभा में सोमवार के दिन की शुरूआत जमकर हंगामे से हुई जहां सदन में 'लाल डायरी' को लेकर मारपीट, हाथापाई और धक्कम-धक्की देखी गई. दरअसल अशोक गहलोत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा विधानसभा में एक कथित लाल डायरी लेकर पहुंचे थे जिसके बाद वह स्पीकर से भिड़ गए. वहीं डायरी को लेकर स्पीकर सीपी जोशी और गुढ़ा में तीखी नोक-झोंक हो गई और भारी हंगामे के बाद सदन में हाथापाई की नौबत आ गई और हालात बिगड़ते देखकर मार्शल ने गुढ़ा को सदन से बाहर का रास्ता दिखा दिया. वहीं विपक्ष की नारेबाजी के बीच विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
इधर गुढ़ा ने कहा कि मैं विधानसभा में मेरी बात रखने के लिए आया था और डायरी विधानसभा में टेबल करने आया था लेकिन मुझे करने नहीं दिया गया और बोलने से रोका गया. उन्होंने कहा कि मुझे मार्शलों ने सदन से बाहर नहीं कांग्रेस के कई नेताओं पर भी मारपीट का आरोप लगाया है. दरअसल गुढ़ा को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद लाल डायरी को लेकर बवाल हो रहा है जहां उनका आरोप है कि इस डायरी में गहलोत सरकार से जुड़े कई लेनदेन का हिसाब है.
'मुझे पीटकर विधानसभा से निकाला गया'
गुढ़ा ने विधानसभा से बाहर आने के बाद कहा कि 'कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींच लिया. उन्होंने कहा कि मैंने इस लंगड़ी सरकार को कई बार बचाया है जहां राज्यसभा के चुनाव में मैंने इनको वोट दिए और 2008, 2018 में मैंने कांग्रेस की सरकार बनवाई. मुझे कहा गया कि मैं माफी मांगू लेकिन मैं पूछना चाह रहा था कि मैं किस गलती की माफी मांगू और आज मुझ पर बीजेपी से मिलीभगत के आरोप लगाए जा रहे हैं.
गुढ़ा ने कहा कि आज मैं विधानसभा में लाल डायरी टेबल करने वाला था लेकिन मेरे से लाल डायरी छीन ली गई और कांग्रेस विधायकों ने मेरे पर हमला किया, मुझ पर घूंसे मारे गए और मंत्रियों ने ही मुझे खींचकर बाहर निकाला. गुढ़ा ने लाल डायरी दिखाते हुए यह भी आरोप लगाया कि मुझसे डायरी का आधा हिस्सा छीन लिया गया है लेकिन अभी भी आधे राज के साथ डायरी उनके पास है.
'जनता के बीच जाकर लडूंगा'
गुढ़ा ने कहा कि मैंने शुक्रवार को इतना ही कहा था कि राजस्थान में महिलाएं सुरक्षित नहीं है जिसके बाद मुझे बिना किसी नोटिस के सीधा बर्खास्त कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर किसी ने मां का दूध पीया है तो मुझे गिरफ्तार करें, मैं चुनौती देता हूं कि राजस्थान की सड़कें जाम हो जाएगी और जनता के बीच जाऊंगा.
गुढ़ा ने कहा कि जब तक मेरे शरीर में सांस रहेगी मैं लड़ाई जारी रखूंगा. गुढ़ा ने यह भी आरोप लगाया कहा कि डायरी में राज्यसभा चुनाव, आरसीए चुनाव और विधायकों को मिले पैसे और लेनदेन का पूरा हिसाब है और सीआरपीएफ के जवानों के बीच वह डायरी निकाल कर लाए हैं.