जल्द खुलेगा टिकट का पिटारा... कांग्रेस के दावेदारों के हर पहलू पर मंथन, खतरे में कई MLA की टिकट
Rajasthan Assembly Elections: जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों में मिशन रिपीट अभियान को लेकर कांग्रेस मंथन में लगातार जुटी हुई हैं। इसी को लेकर जयपुर में बैठकों का दौर जारी है और पदाधिकारी लगातार हर विधानसभा सीट को लेकर फीडबैक ले रहे हैं। कांगेस चाहती है कि वह एक बार फिर से सरकार रिपीट करें इसके लिए पार्टी किसी भी सीट पर कमजोर प्रत्याशी नहीं उतारना चाहती हैं। हर सीट पर जिताऊ उम्मीदवार के चयन को लेकर रविवार को प्रदेश चुनावों के लिए गठित वॉर रूम चेयरमैन शशिकांत सेंथिल ने पहली बैठक ली।
इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीसी से जुड़े और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे। इस दौरान ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों से चर्चा कर सभी विधानसभा सीटों का फीडबैक लिया गया। वहीं ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री ने पीसीसी वॉर रूम में राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर लगाए गए पर्यवेक्षकों से वन-टू-वन मुलाकात की। रविवार को 10 लोकसभा सीटों में आने वाली विधानसभा सीट के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की गई। इससे पहले मिस्त्री ने शनिवार को पहले दिन 15 पर्यवेक्षकों के साथ वन टू वन चर्चा कर क्षेत्र में पार्टी की गतिविधियों की रिपोर्ट ली थी।
लोकसभा वार लगाए गए पर्यवेक्षकों को पिछली बैठक में प्रत्येक विधानसभा में जाकर पार्टी की गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार करने और टिकटों के दावेदारों और पार्टी की स्थिति की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे। इसकी रिपोर्ट पर्यवेक्षकों ने मिस्त्री को दी। वहीं बैठक में लोकसभा वार लगाए गए कन्वीनर भी मौजूद रहे, उन्होंने भी अपनी रिपोर्ट मिस्त्री को सौंपी।
कई विधायकों की टिकट खतरे में
कांग्रेस के सर्वे में करीब 25 से 30 मौजूदा विधायकों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। इसमें झुंझुनूं-सीकर, अलवर, जयपुर देहात व नागौर जिले के 2-2 विधायक शामिल हैं। वहीं धौलपुर, करोली, दौसा, जयपुर शहर, भरतपुर, हनुमानगढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, कोटा देहात, बीकानेर और बांसवाड़ा जिले के एक-एक विधायक शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन जिलों के कु छ विधायकों की टिकट खतरे में हैं। जिसको लेकर भी बैठक मेंफीडबैक लिया गया।
वॉर रूम में दावेदारों से गहन मंथन
प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पीसीसी वॉर रूम मेंटिकट दावेदारों से मुलाकात की और दोवेदारी को लेकर हर पहलू पर चर्चा कर उनकी जमीनी हकीकत को टटोला गया। इस दौरान रंधावा ने कहा कि जब वर्कर स्ट्रांग होता है तो पार्टी स्ट्रॉन्ग होती है। मेरा फोकस तो संगठन को मजबूत करने पर ही होता हैं। मैंने पार्टी में नीचे से ऊपर तक अधिकांश नियुक्तियां करवा दी हैं। मेरा तो संगठन पर ही फोकस रहता हैं।
रंधावा ने कहा कि जिस दिन राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे आए उसी दिन हमारे संगठन की झलक भी दिखा दी थी। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र को लेकर अलग-अलग मोर्चों पर लगातार काम जारी हैं। टिकट को लेकर भी जल्द फैसला होगा। किस प्रत्याशी को टिकट देना है। कोई गलत व्यक्ति तो पार्टी में नहीं आ रहा है, कै से टिकट तय करना है? इन सब का फीडबैक लिया जा रहा है।
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