होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

Rajasthan Assembly Budget Session : विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर गर्माया सदन, राठौड़ से बोले स्पीकर सीपी जोशी- हाउस और कोर्ट दोनों आप ही चलाएंगे क्या ?

04:19 PM Jan 31, 2023 IST | Jyoti sharma

Rajasthan Assembly Budget Sesssion : 91 विधायकों के इस्तीफे और विशेषाधिकार हनन मामले में आज सदन में राजेंद्र राठौड़ और स्पीकर सीपी जोशी में बेहद तीखी नोकझोंक हो गई। मामला इतना ज्यादा गर्मा गया कि करीब आधे घंटे तक सदन तीखी बहसबाजी हुई और गुंडागर्दी नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगे।

‘आप मुझे डिक्टेट नहीं कर सकते’

दरअसल विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर अध्यक्ष सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा को अपनी बात रखने को अधिकार दिया, लेकिन इस पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ऑब्जेक्शन उठाया। उन्होंने कहा कि वे कैसे विशेषाधिकार हनन पर एक पक्ष को बोलने की अनुमति दे सकते हैं। राठौड़ ने कहा कि आर सत्ता पक्ष की लड़ाई को ढक नहीं सकते। राजेंद्र राठौड़ की बात पर सीपी जोशी खासे नाराज हो गए। उन्होंने विधानसभा की नियमावली को अपने हाथ में उठाकर कहा कि मैं अपने अधिकारों के तहत कार्य कर रहा हूं। ऐसा कोई काम नहीं जो मैंने अधिकारों से बाहर जाकर किया। सीपी जोशी ने राजेंद्र राठौड़ से कहा कि अगर उन्हें लगता है कि वे यानी स्पीकर सीपी जोशी नियमों से बाहर जाकर काम कर रहे हैं तो वे नियमावली के नियम 157 को पढ़कर अभी सुना दें।

सदन में सुनाया नियम 157, 158, 159

इस पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मैं कोई सवाल पूछता हूं तो आप नाराज बहुत जल्द हो जाते हैं। इस पर सीपी जोशी ने कहा कि मैं नाराज नहीं हो रहा हूं आपने जो पूछा है उसका जवाब दे रहा हूं। अब आप नियम 157 पढ़कर सुना दें लेकिन इसके बाद भी राजेंद्र राठौड़ सिर्फ सवाल ही सीपी जोशी से पूछते रहे। इस पर सीपी जोशी ने सख्त लहजे में राठौड़ से कहा कि आप सेमी लिट्रेट न बनें पूरा ज्ञान लें। मैं यानी विधानसभा का अध्यक्ष आपको आदेश देता हूं कि आप पूरे सदन को नियम 157 पढ़कर सुना दें। अगर आपको पढ़ना नहीं आ रहा है तो मैं ही सुना देता हूं ताकि आप के साथ पूरा सदन जान ले कि नियम 157 के तहत ही मैंने संयम लोढ़ा को बोलने का मौका दिया है।

नियम 161 पर हुई तीखी बहस

इसके बाद सीपी जोशी ने नियमावली पुस्तक को हाथ में लेकर उसके नियम 157 को पढ़ने लगे।  इसके बाद उन्होंने नियम 158, 159 भी पढ़ा। इसी बीच राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आप मुझे नियम 161 पढ़कर सुना दें। तो सीपी जोशी ने कहा कि अभी मैं नियम 159 पढ़ रहा हूं और आप 161 की बात कर रहे हैं। मैं क्रम से पढूंगा, आपके कहने से कोई काम करूंगा क्या? सीपी जोशी ने कहा कि आपकी तरह कांगरू जंपिंग से काम नहीं चलता। पहले नियम 160 पढूंगा तब आपके अधिकार वाले नियम पर आऊंगा। इस पर फिर से राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आप सत्ता पक्ष की लड़ाई को ढक नहीं सकते। राठौड़ ने कहा कि 13 फरवरी को फैसला आने वाला है। आप विशेषाधिकार पर टुकड़ों पर फैसला नहीं कर सकते।

कोर्ट जाना है तो चले जाइए

इस पर सीपी जोशी ने कहा कि आप ही सदन और कोर्ट चलाओगे क्या, यहां सदन चलाने का अधिकार मुझे है आपको नहीं अगर आपको इसके लिए भी कोर्ट जाना है चले जाइये। तो इस पर राठौड़ ने कहा कि हां मैं चला जाऊंगा कोर्ट, हर गलत बात के लिए मैं जाऊंगा कोर्ट, सीपी जोशी ने कहा कि आप कोर्ट में कुछ भी करिए, लेकिन सदन में आप मुझे डिक्टेट नहीं कर सकते।

इसके बाद सीपी जोशी ने नियम 160 पढ़ा और इसके बाद 161 भी पढ़कर सुनाया। लेकिन बावजूद इसके राजेंद्र राठौड़ और सीपी जोशी में तीखी बहस जारी रही, जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने दखल देते हुए सीपी जोशी से अपनी बात रखी कि आपके अधिकारों पर कोई उंगली नहीं उठा रहा है। इसके बाद सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा को अपनी बात रखने का आदेश दिया।

Next Article