होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

जनजाति इलाकों के छात्रों का घर के पास पढ़ने का सपना होगा साकार, गहलोत सरकार खोलेगी 7 आवासीय स्कूल

सीएम अशोक गहलोत ने जनजाति क्षेत्रों में 7 आवासीय स्कूल खोलने का निर्णय लिया है.
06:15 PM Jul 12, 2023 IST | Avdhesh

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हर वर्ग को राहत देने की कड़ी में बुधवार को जनजाति क्षेत्र के छात्रों के लिए एक बड़ा ऐलान किया गया जहां सीएम ने जनजाति क्षेत्रों में 7 आवासीय स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. वहीं निरोगी राजस्थान की संकल्पना को साकार करते हुए राज्य सरकार ने नागौर जिले की पंचायत समिति कुचामनसिटी के पालड़ी उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत करने के आदेश जारी किए हैं.

इसके अलावा बूंदी मेडिकल कॉलेज परिसर को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-52 से जोड़ने के लिए लगभग 1 किमी एप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा.

खुलेंगे 7 जनजाति आवासीय विद्यालय

सरकार के फैसले के बाद अब जनजाति क्षेत्र के छात्रों को अब नजदीक ही आवासीय विद्यालयों में पढ़ने के अवसर मिलेंगे जहां राज्य सरकार द्वारा जनजाति क्षेत्र के शैक्षिक उत्थान के लिए 7 आवासीय स्कूल खोलने का अहम निर्णय किया गया है.

मुख्यमंत्री ने इन आवासीय स्कूलों के भवन निर्माण के लिए 35 करोड़ रुपए की वित्तीय मंजूरी प्रदान की है जहां इस साल प्रथम चरण में हर स्कूल के हिसाब से 5 करोड़ रुपए की लागत आएगी और आने वाले साल में द्वितीय चरण के तहत निर्माण पर 71 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

इन स्थानों पर खुलेंगे आवासीय विद्यालय

बता दें कि यह आवासीय स्कूल पाली के सुमेरपुर, सवाईमाधोपुर, भेड़ोली-बौली (सवाईमाधोपुर), अजमेर के केकड़ी स्थित गिरवरा, जालोर, डूंगरपुर के चिखली, टोंक के देवली स्थित श्रीपुरा में खोले जाएंगे जहां इन सभी आवासीय स्कूलों में छात्रों की क्षमता 210 होगी.

नागौर का पालड़ी उप-स्वास्थ्य होगा क्रमोन्नत

वहीं निरोगी राजस्थान की संकल्पना को साकार करने के लिए राज्य सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रही है जहां इसी कड़ी में नागौर जिले की पंचायत समिति कुचामनसिटी का पालड़ी उप स्वास्थ्य केन्द्र अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत होगा जिसके लिए सीएम ने इस संबंध के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

वहीं इसके संचालन के लिए 9 पदों का सृजन भी किया जाएगा जिनमें एक चिकित्साधिकारी, नर्स, वार्ड बॉय के दो-दो, महिला स्वास्थ्य दर्शिका, फार्मासिस्ट, लैब टैक्नीशियन तथा सफाई कर्मचारी के एक-एक पद सहित कुल 9 पद शामिल होंगे.

इसके अलावा भीलवाड़ा शहर के उपनगर पुर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (सिटी डिस्पेंसरी) को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत करने भी स्वीकृति दी गई है जिसका ऐलान गहलोत द्वारा 2023-24 के बजट में किया गया था.

नेशनल हाइवे से जुड़ेगा बूंदी मेडिकल कॉलेज

वहीं बूंदी मेडिकल कॉलेज परिसर को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 से जोड़ने का निर्णय किया गया है जिसके लिए लगभग 1 किमी एप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा. इस सड़क के लिए मुख्यमंत्री ने 3.67 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को स्वीकृति दी है जिससे मेडिकल कॉलेज के छात्रों, कार्मिकों तथा मरीजों को आवागमन में सुगमता हो सकेगी.

Next Article