'मैं शरीर का एक-एक अंग करूंगी दान'..गहलोत सरकार में मंत्री ममता भूपेश ने जन्मदिन पर की देहदान की घोषणा
जयपुर: आपने रक्तदान को लेकर आए दिन कई जगह शिविर लगते देखे होंगे लेकिन देहदान को लेकर अभी भी लोगों में सामाजिक जागरूकता की कमी और कई तरह की धार्मिक मान्यताओं के चलते देहदान को लेकर लोग आगे नहीं आते हैं. राजस्थान सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने गुरुवार को अपने 50वें जन्मदिन पर देहदान को लेकर एक बड़ा संदेश दिया जहां मंत्री ने अपने जन्मदिन पर देहदान करने का ऐलान किया.
दरअसल 28 जून को कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश का 50वां जन्मदिन था जहां उन्होने दौसा में अपने समर्थकों के बीच महिला सशक्तिकरण को समर्पित करते हुए अपना जन्मदिन मनाया. वहीं ममता भूपेश के देहदान का ऐलान करने के बाद हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है.
इस दौरान भूपेश ने कहा कि वह अपने शरीर का एक-एक अंग दान करेगी. वहीं जन्मदिन के कार्यक्रम में ममता भूपेश के साथ उनके आईएएस पति डॉ. घनश्याम बैरवा भी मौजूद रहे जिन्होंने उनके फैसले पर ताली बजाकर अभिवादन किया. वहीं मंत्री ने देहदान का ऐलान करने के बाद कहा कि जब भी मेरे जीवन के 100 साल पूरे हों तब शरीर का एक-एक अंग किसी के काम आए मेरी यही इच्छा है.
मंत्री का जन्मदिन पर बड़ा ऐलान
दरअसल महिला और बाल विकास विभाग की कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश ने अपने विधानसभा क्षेत्र में समर्थकों के बीच अपना जन्मदिन सेलिब्रेट किया जहां उन्होंने गरीब परिवार की 50 महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए सिलाई मशीनें बांटी. मालूम हो कि मंत्री ममता भूपेश सिकराय विधानसभा क्षेत्र से आती है.
इसके अलावा 12वीं की परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाली छात्राओं को भी सम्मानित किया. वहीं देहदान का ऐलान करने के दौरान मंत्री ने कहा कि शरीर दान करने से बड़ा कोई पुण्य नहीं हो सकता है और इसी सोच के साथ आज उन्होंने यह ऐलान किया है.
बोल्ड लेडी के रूप में फेमस है ममता भूपेश
वहीं अपने जन्मदिन पर ममता भूपेस ने अपने दिन की शुरूआत सुबह 8 बजे सब्जी मंडी स्थित गणेश मंदिर में पूजन के साथ की और इसके बाद जिला अस्पताल में प्रसूताओं को 200 मदर व फूड किट का वितरण किया.
गौरतलब है कि भूपेश सिकराय से कांग्रेस की विधायक हैं जहां उन्होंने 2008 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी. वहीं 2018 के चुनावों में वह कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार चुनाव लड़ी और विधायक बनने के बाद सीएम गहलोत ने उन्हें अपने मंत्रीमंडल में शामिल किया.