43 साल बाद राजस्थान को फिर मिला भरतपुर से मुखिया, क्या 2024 में पूर्व से उदय होगा BJP का सूरज?
Rajasthan CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के साथ ही आज 15 दिसंबर को भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री की शपथ ले ली है। भजन लाल शर्मा राजस्थान के भरतपुर जिले से संबध रखते है। यहां पर चुनावी नतीजों की बात करें तो जिले की सात विधानसभा सीट में से 5 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। एक सीट पर निर्दलीय और और एक सीट पर कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी की जीत हुई है। भरतपुर जिले से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। हालांकि भजन लाल शर्मा को बीजेपी ने जयपुर की सांगानेर सीट से मैदान में उतारा था।
43 साल बाद मिला भरतपुर से मुख्यमंत्री
भरतपुर से राजस्थान को 43 साल बाद एक और मुख्यमंत्री मिला है। इससे पहले साल 1980 में जगन्नाथ पहाड़िया को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया था। राजस्थान में पहली बार 1980 में ही किसी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री का पद मिला था। जगन्नाथ पहाड़िया के बाद आज तक कोई भी दलित वर्ग का व्यक्ति मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठा है।
भरतपुर के लोगों में भारी उत्साह
विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों की सहमति से भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। 15 दिसंबर शनिवार को भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इसी के साथ राजस्थान के भरतपुर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। भरतपुर के लोग भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने के बाद बीजेपी आलाकमान का आभार व्यक्त कर रहे है।
2018 की तस्वीर बदलने में कामयाब रही BJP
बीजेपी ने 2018 की तुलना में 2023 के विधानसभा चुनाव में काफी बेहतर चुनाव लड़ा और जीता है। इससे पहले पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग से साल 2018 में बीजेपी को निराशा ही हाथ लगी थी। साल 2018 में कांग्रेस की भरतपुर संभाग में प्रचंड जीत का नतीजा रहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर जिले के चार विधायकों को मंत्री बनाकर भरतपुर की जनता को खुश किया था। साल 2023 के चुनाव में भरतपुर जिले की जनता ने जिले में कांग्रेस के 4-4 मंत्री होते हुए भी कांग्रेस का सफाया कर दिया।