Rajasthan: पेपर लीक में ED का एक्शन, बाबूलाल कटारा सहित 5 आरोपियों की 3 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच
जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission-RPSC) के पूर्व सदस्य और एजेंटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, ईडी ने बाबूलाल कटारा (पूर्व सदस्य RPSC), सुरेश कुमार उर्फ सुरेश बिश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेन्द्र सारण और अनिल मीना उर्फ शेर सिंह की संपत्ति कुर्क की है। एजेंसी ने प्रत्येक आरोपी की संपत्ति का मूल्य अलग-अलग जारी नहीं किया है, लेकिन कुर्क की गई संपत्ति का कुल मूल्य 3.11 करोड़ रुपए बताया है।
बताया जा रहा है कि ईडी ने यह कुर्की राज्य के एक शिक्षक भर्ती घोटाले की मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जांच के तहत की है। ईडी ने संपत्तियों को कुर्क करने के लिए 18 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अंतरिम आदेश जारी किया गया था।
ईडी ने कहा कि मामला आरपीएससी द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड-द्वितीय प्रतियोगी परीक्षा, 2022 (RPSC 2nd Grade Teacher) के सामान्य ज्ञान विषय के प्रश्न पत्र के लीक से संबंधित है। जो 21, 22 और 24 दिसंबर को राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जानी थी।
उदयपुर में 150 और जयपुर में 30 कैंडिडेट्स को बेचा था पेपर…
इस मामले में बाबूलाल कटारा ने प्रश्नपत्र को अनिल मीना उर्फ शेर सिंह मीना को बेचा, जिसने आगे भूपेन्द्र सरन, सुरेश ढ़ाका और अन्य एजेंटों को बेच दिया। इसमें आरोप लगाया गया कि लीक हुए पेपर को प्रति अभ्यर्थी 8-10 लाख रुपए में बेचा गया था। ईडी ने कहा कि पेपर को उदयपुर में लगभग 150 उम्मीदवारों और राज्य की राजधानी जयपुर में 30 उम्मीदवारों को बेचा गया।
एजेंसी के अनुसार, आरोपी पेपर लीक रैकेट और प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी उम्मीदवारों की नियुक्ति जैसे विभिन्न कदाचार में शामिल थे। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला राजस्थान पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से उपजा है। इस मामले की जांच में राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने कटारा और अन्य को गिरफ्तार किया था।
सांसद किरोड़ी मीणा ने की थी ईडी में शिकायत…
बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले में करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग होने का आरोप लगाते हुए ईडी में शिकायत की थी। जांच एजेंसी ने प्राथमिकी (पीई) दर्ज की थी। इसके बाद पेपर लीक के आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। जांच में मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि हुई थी।
ED ने आरोपियों के ठिकानों पर की थी छापेमारी...
पेपर लीक मामले में 5 जून से ईडी ने प्रदेश भर में 28 से ज्यादा जगहों पर एक साथ छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा, मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और सुरेश कुमार बिश्नोई के घर से कई दस्तावेज जब्त किए थे। आरोपियों के आवास और ऑफिस को सील कर दिया गया था। इन छापों में पेपर लीक और रुपए के लेनदेन के सबूत जब्त किए गए थे।