RAC जवान को बेटों ने पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
जयपुर। राजधानी जयपुर में RAC के एक जवान की हत्या का मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। RAC जवान के 2 बेटों ने ही पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। दरअसल, दोनों बेटे अपनी मां से होने वाली मारपीट से परेशान थे, इसलिए दोनों ने लोहे की रॉड व लकड़ी के डंडे से पिता की पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने रविवार देर शाम को हत्या की वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी बेटों को गिरफ्तार कर लिया।
एसीपी आमेर आदित्य पुनिया ने बताया कि रविवार सुबह करीब 7 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि जमवारामगढ़ के जयसिंहपुरा खोर इलाके में सायपुरा स्थित पालेडा मोड़ के पास सड़क किनारे एक व्यक्ति का शव पड़ा है।
सूचना के बाद जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो झाड़ियों में शव पड़ा था। मृतक के चेहरे और शरीर पर जगह-जगह धारदार हथियार के चोट के निशान थे। इस पर एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया, जिसने सबूत जुटाए।
मृतक की शिनाख्त अमर सिंह (50) निवासी हलैना (भरतपुर) के रूप में हुई। मृतक अमर सिंह चैनपुरा स्थित आरएसी की 4वीं बटालियन में तैनात था। मृतक का परिवार के साथ मान विहार कॉलोनी में रह रहे थे। मृतक की पहचान होने के बाद आरएसी के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद शव को सवाई मानसिंह हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया, जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
स्थानीय निवासी मुकेश मीणा ने बताया कि वह सुबह घूमने के लिए निकला था। झाड़ियों में कुछ कुत्ते जोर-जोर से भौंक रहे थे। वहां जाकर देखा तो एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ दिखाई दिया। जिस पर उसने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद स्थानीय लोगों को भी मौके पर बुलाया।
यह खबर भी पढ़ें :- जयपुर में हत्या की बड़ी वारदात, RAC के जवान को मारकर सड़क पर फेंका, एक महीने में तीसरी घटना
बार-बार बयान बदल रहे थे परिजन…
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। ऐसे में एडीसीपी बृजेन्द्र सिंह भाटी व एसीपी आदित्य पूनिया के नेतृत्व में 20 पुलिसकर्मियों की टीमों को गठन किया गया। पुलिस टीम ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए।
इधर, मृतक के भाई विजय सिंह ने हत्या के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई। मृतक के घरवालों से पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदल रहे थे, क्योंकि मृतक के बेटे ने सुबह 5 बजे ही चाचा विजय को कॉल कर अमर सिंह के बारे में बता दिया था। ऐसे में पुलिस का शक घरवालों पर ही गया। पुलिस ने मृतक के दोनों बेटे अंकित सिंह और भरत सिंह से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की वारदात कबूल की।
यह खबर भी पढ़ें :- किन्नर के प्रेम में बना कातिल…जयपुर में अधजले शव का खुलासा, दूसरे के साथ रहने लगी नीलू तो परेशान हुआ बॉयफ्रेंड
मां के साथ मारपीट परेशान थे दोनों बेटे…
पुलिस की पूछताछ में आरोपी बेटों ने बताया कि उनके पिता अमर सिंह शराब के आदि थे। वह नशे में धुत होकर आए दिन मां के साथ मारपीट करते हुए प्रताड़ित करते थे। घर के सभी सदस्यों के साथ गाली-गलौज करते थे। परिवार के लोग उसके झगड़ों से परेशान थे। शनिवार रात को पिता ने नशे में धुत होकर गाली-गलौज करते हुए झगड़ा शुरू कर दिया।
इस पर रात 11 बजे दोनों बेटों अंकित सिंह और भरत सिंह ने लोहे की रॉड और लकड़ी के डंडे से पिता पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे अमर सिंह की मौत हो गई। अमर सिंह के मरने के बाद दोनों ने शव को बाइक पर ले जाकर घर से 500 मीटर की दूरी पर फेंक दिया। इसके बाद घर आकर सबूत मिटाने शुरू कर दिए। सुबह लाश मिलने पर शोर हुआ तो दोनों भी मौके पर पहुंचे और रोने का नाटक करने लगे।