राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन की मान्यता पर सवाल, एसोसिएशन ने बताया आदेश को फर्जी
जयपुर। राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन की मान्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं। शनिवार को वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद और राजस्थान ओलम्पिक संघ के नाम पत्र लिखकर राजस्थान वॉलीवॉल एसोसिएशन को सस्पेंड कर एडहॉक कमेटी के गटन का आदेश जारी किया।
वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव अकरम खान के इस लेटर के बाद राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। फेडरशन के इस आदेश को राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन ने फर्जी लेटर बताते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
अवैध गतिविधियों का आरोप
वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी लेटर में अध्यक्ष के रूप में अनिल चौधरी और सचिव के रूप में रामावतार सिंह जाखड़ पर अवैध गतिविधियों के संचालन का आरोप लगाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है। फेडरेशन ने अलगे चुनाव नहीं होने तक एडहॉक कमेटी का गठन किया है। इसमें अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर, संयोजक भरत सिंह रोलानिया को नियुक्त किया है। सदस्य बलदेव गोदारा, रतन चौधरी, रामजान खान, कर्णी सिंह और महेंद्र मील को सदस्य नियुक्त किया है।
संघ से कोई संबंध नहीं: जाखड़
राजस्थान वॉलीबॉल संघ के अध्यक्ष अनिल चौधरी और सचिव रामावतार सिंह जाखड़ ने कहा कि अकरम खान के द्वारा जारी किए गए पत्र का कोई आधार नहीं है। यह व्यक्ति भारतीय वॉलीबॉल संघ से संबंधित नहीं है। इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। संघ को निलंबित नहीं किया है तथा न ही एडहॉक कमेटी बनाई है। सहकारिता रजिस्ट्रार के अलावा एसोसिएशन को किसी के द्वारा भंग या निलंबित करने का अधिकार नहीं है।
वॉलीबॉल एसोसिएशन के बीच विवाद
15 वर्षो से एसएमएस स्टेडियम में संचालित राजस्थान वॉलीबॉल एसोसिएशन के ऑफिस का एमओयू समाप्त होने के बाद राजस्थान क्रीड़ा परिषद द्वारा दो बार नोटिस जारी करने के बाद खाली कराया गया था। इसके विरोध में एसोसिएशन ने खिलाड़ियों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया। लगातार धरना देने के दो दिन बाद राज्य क्रीड़ा परिषद की स्थाई समिति ने धरना समाप्त कराकर ऑफिस खोला। ऐसे में नियमों के अनुसार बगैर एमओयू संचालित ऑफिस को लेकर राज्य क्रीड़ा परिषद और एसोसिएशन के बीच विवाद चल रहा है।
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