PCC में जनसुनवाई : मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा- जूते-चप्पल फेंकना भाजपा की साजिश
PCC में जनसुनवाई : आमजन की समस्याओं का समाधान सरकार की जिम्मेदारी है। निजी अस्पतालों को सरकार ने चिरंजीवी योजना से जोड़ा है और इलाज के पैसे भी सरकार दे रही है। ऐसे में लोगों को सुविधा देने से निजी अस्पतालों को इनकार नहीं करना चाहिए पीसीसी में जनसुनवाई करते हुए मंत्री सुखराम बिश्नोई ने विधायक दिव्या मदेरणा के धरने का समर्थन किया। गौरतलब है कि जोधपुर में एक प्राइवेट अस्पताल द्वारा चिरंजीवी योजना का फायदा नहीं देने को लेकर विधायक दिव्या मदेरणा धरने पर बैठी है।
दिव्या मदरेणा की मांगे वाजिब
धरने का समर्थन करते हुए मंत्री बिश्नोई ने कहा कि दिव्या मदेरणा की मांगें वाजिब हैं और वो इनकी मांगों का समर्थन करते हैं। लोगों की परेशानी और समस्याओं को सुनकर ही दिव्या मदेरणा अस्पताल पहुंची थी। अगर हमारे पास भी ऐसी समस्या आएगी तो हम भी लोगों के हित में आवाज उठाएंगे। उनकी मांगों के समाधान के लिए कार्यवाही चल रही है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मंत्री सुखराम बिश्नोई ने जनसुनवाई की और लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया। पीसीसी मुख्यालय में पानी- बिजली, राशन, चिरंजीवी योजना जैसे कई प्रकरण लेकर फरियादी पीसीसी पहुंचे थे।
पुष्कर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं मीडिया से बातचीत में बिश्नोई ने पुष्कर में दिवंगत कर्नल बैंसला के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में मंत्री अशोक चांदना और शकुंतला रावत पर जूते-चप्पल फेंके जाने की घटना को बीजेपी की साजिश करार दिया है। बिश्नोई ने कहा कि इस घटना में बीजेपी के लोगों का हाथ है। बीजेपी के लोग जहां भी जाते हैं, वहां पर अशांति फैलाते हैं। कांग्रेस में कोई गुटबाजी या खेमेबाजी नहीं है, जो पुष्कर में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, उसमें बीजेपी के नेता शामिल हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए सुखराम बिश्नोई ने कहा कि जोधपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में भी सतीश पूनियां के साथ कई नेता थे, लेकिन बाद में उनको अकेले ही पदयात्रा निकालनी पड़ी। यह बीजेपी में अन्तर कलह का ही परिणाम है।