RTH Bill का विरोध : जयपुर में दोबारा डॉक्टरों का शक्ति प्रदर्शन, सरकार ने फिर वार्ता के लिए बुलाया, क्या खत्म होगी हड़ताल ?
RTH Bill : जयपुर। राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में निजी डॉक्टरों का आंदोलन लगातार 18वें दिन मंगलवार को भी जारी है। निजी डॉक्टर्स आज राजधानी जयपुर में बड़ी रैली निकाल रहे है। इसी बीच सरकार ने एक बार फिर डॉक्टरों को वार्ता के लिए बुलाया है। इसके बाद डॉक्टर्स का प्रतिनिधि मंडल सुबह करीब 11 बजे बाद सीएस से मिलने के लिए पहुंचे है। इसके बाद डॉक्टर्स का प्रतिनिधि मंडल सीएम सीएम गहलोत से मुलाकात करेगा। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या आज हड़ताल का हल निकलेगा? क्या फिर डॉक्टर्स अपनी मांग पर अड़े रहेंगे या फिर सरकार को डॉक्टर्स के सामने झुकना पड़ेगा।
इधर, राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टर्स दोबारा शक्ति प्रदर्शन कर रहे है। एसएमएस रेजिडेंट हॉस्टल ग्राउंड में सुबह से ही बड़ी संख्या में डॉक्टर्स का जुटना शुरू हो गया है। सुबह 11 बजे रैली रेजिडेंट्स हॉस्टल ग्राउंड एसएमएस मेडिकल कॉलेज से शुरू हुई। जो गोखले हॉस्टल रोड, टोंक रोड, महारानी कॉलेज तिराहा, अशोक मार्ग, राजपूत सभा भवन, पांच बत्ती, एमआई रोड, अजमेरी गेट, न्यू गेट, अल्बर्ट हॉल होते हुए एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचेगी। रैली में शामिल होने के लिए दूसरे राज्यों से भी डॉक्टर्स आए है। रैली में प्रदेशभर के डॉक्टर्स के साथ उनके परिजन और स्टाफ कर्मी भी शामिल है। इससे पहले 27 मार्च जयपुर में डॉक्टरों ने बड़ी रैली निकाली थी।
सरकार ने फिर वार्ता के लिए बुलाया
सरकार और डॉक्टरों के बीच तड़के तीन बजे वार्ता हुई थी। वार्ता में सीएम गहलोत, चिकित्सा मंत्री और चिकित्सा सेवा से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे थे। तड़के तीन बजे सीएस निवास पर हुई वार्ता में डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल के साथ कुछ प्रमुख मुद्दों पर सहमति बनी थी। जिसमें सेल्फ इंडिपेंडेंट अस्पतालों को आरटीएच के दायरे से बाहर करने सहित 5 साल की फायर एनओसी, आवासीय में हॉस्पिटल संचालन पर सहमति बनी थी। लेकिन, कुछ डॉक्टर के प्रतिनिधिमंडल में नहीं आने से अब फिर बातचीत होगी। ऐसे में जल्द सरकार से समझौता होने के आसार है। लेकिन, वार्ता विफल होने के बाद सरकार ने एक बार फिर डॉक्टरों को वार्ता के लिए बुलाया।
सुबह करीब 11 बजे डॉक्टरों का प्रतिनिधि मंडल वार्ता के लिए सीएस कार्यालय पहुंचा। जहां पर डॉक्टर विजय कपूर, डॉक्टर रामदेव चौधरी सहित कई डॉक्टर्स सरकारी दफ्तर में सीएस से वार्ता कर रहे है। इसके बाद डॉक्टरों का प्रतिनिधत मंडल सीएम गहलोत से मुलाकात करेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि आरटीएच बिल को लेकर डॉक्टरों का आंदोलन जल्द समाप्त हो सकता है।
क्यों आंदोलन कर रहे हैं डॉक्टर्स?
गहलोत सरकार ने 21 मार्च को विधानसभा में राइट टू हेल्थ बिल पास किया था। लेकिन, इससे पहले 19 मार्च से ही डॉक्टर्स ने हड़ताल शुरू कर दी थी, जो अब तक जारी है। निजी अस्पताल संचालकों के समर्थन में सरकारी डॉक्टर भी उतर गए। 29 मार्च को सेवारत चिकित्सक एक दिन का सामूहिक अवकाश पर रहे थे। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी निजी अस्पताल संचालकों के समर्थन में कार्य बहिष्कार किया था। राजस्थान में निजी डॉक्टर बीते 28 मार्च को राज्य विधानसभा में पारित विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे है।