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26 जनवरी के बाद कांग्रेस का शुरू होगा 'हाथ से हाथ जोड़ो अभियान', भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद होगी शुरूआत  

12:20 PM Dec 05, 2022 IST | jyoti-sharma

झालावाड़। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस समय राजस्थान के झालावाड़ में निकाली जा रही है। आज करीब 14 किमी चलने के बाद यात्रा ने ब्रेक लिया है। इस बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ डोटासरा के साथ प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने  यात्रा को लेकर कई जानकारियां दीं और तमाम मुद्दों पर बातचीत की।

यह चुनाव जिताऊ नहीं देश को संदेश देने वाली है यात्रा

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस यात्रा का 8 और 17 दिसंबर को ब्रेक रहेगा। कल 7 और 18 दिसंबर को फिर से प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी। जयराम रमेश ने कहा कि आज भारत जोड़ो यात्रा देश के लोगों को मजबूती देने के लिए निकाली जा रही है। राजनीति तानाशाही आज की हकीकत बन गई है। इसी का नतीजा है कि वन नेशन वन मैन, यानी एक ही व्यक्ति को सारे अधिकार दिए जा रहे हैं। राहुल गांधी इस यात्रा मुख्य यात्री हैं। पूरे देश की निगाहें उन पर हैं। इसका असर कांग्रेस के संगठन पर पड़ रहा है। अब आगे चुनाव होने वाले हैं तो कई लोगों को यह लग रहा है कि यह चुनाव के मद्देनजर निकाली जा रही है। मैं बता दूं कि यह कोई चुनाव जिताऊ यात्रा नहीं है। यह सिर्फ लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए यात्रा निकाली जा रही है। 26 जनवरी तक यह यात्रा समाप्त हो रही है। 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरूआत होगी।

‘मध्य प्रदेश की सड़के तो जान ही ले लें’

जयराम रमेश ने कहा कि 15 दिन के बाद मैं अब खुलकर चल रहा हूं। पिछले 15 दिनों से मैं मध्य प्रदेश में अपनी जान हथेली पर लेकर चल रहा था। वहां की सड़कें तो ऐसी हैं कि लोगों की जान ही ले लें। 15-17 सालों से वहां भाजपा की सरकार है लेकिन सड़कों का हाल आप देखिए। आप राजस्थान में देखिए यहां की सड़कें बहुत अच्छी हैं। कहीं महसूस नहीं हुआ कि यहां गड्ढे हैं, एक जैसी सड़क हमें यहां मिली। जयराम रमेश ने कहा कि अलवर में भी एक रैली होगी। राहुल गांधी वहां भी सभी से मिलेंगे। महिलाएं, बच्चे, किसान, मजदूरों से वो मिलेंगे। वहीं भारत जोड़ो यात्रा की थीम पर कुछ फिल्में बनाई गई हैं, कल की प्रेस कांफ्रेंस में वे रिलीज होगीं।  

किसी भी पार्टी और विचारधारा के शख्स का इस यात्रा में स्वागत

जयराम रमेश ने कहा कि आज हमारे साथ वो लोग भी हैं, वे संस्थाएं भी हैं, जो पहले अन्ना हजारे के आंदोलन में कांग्रेस के खिलाफ थे, लेकिन इसके बाद भी वे सस्थाएं कांग्रेस के साथ चल रही हैं, क्योंकि वे कह रहे हैं कि कांग्रेस में ही इतनी शक्ति है कि वो इस देश को बदल सकती है। गुजरात में यात्रा न निकाले जाने के सवाल पर कहा कि यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक जा रही है, तो उसके लिए एक रूट हैं जो सीधा जाता है जो सुरक्षा की दृष्टि और भौगोलिक दृष्टि से सटीक है। इसलिए इस सीधे रास्ते को ही यात्रा को ही चुना गया है।

भारत जोड़ो यात्रा का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। इस यात्रा में किसी तरह की कोई चुनाव कैंपेनिंग नहीं हो रही है। राजनीति में एक विचारधारा होती है। सिर्फ चुनाव के लिए यात्राएं नहीं निकाली जाती। इस समय देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक RSS भाजपा की और एक कांग्रेस की। इस विचाराधार से लड़ना ही भारत जोड़ो यात्रा का मकसद है। हार-जीत तो चुनाव में स्वाभाविक है। अगर यह यात्रा नहीं निकलती तो देश की कई कमियां बुरी तरह से फैल जातीं। जो विचारधारा हमारे संविधान को बनाने में सक्रिय नहीं थी। उसे हम कैसे स्वीकार करें। RSS एक विभाजनकारी विचारधारा है। जिस तरीके से इकोनॉमी, देश का लोकतंत्र पर ये लोग खतरा बनकर बैठे हुए हैं। इन्हें उखाड़ फेंकना जरूरी है।

सीएम गहलोत ने कहा- हर घर तक जा रहा है यात्रा का संदेश

प्रेस कांफ्रेंस में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में ये जो 10 भारत यात्री चल रहे हैं। वो जो संदेश दे रहे हैं जो उद्देश्य बता रहे है, जो उन्होंने विचार प्रकट किए कि वो लगातार चल रहे हैं। वो जानते हैं कि इस यात्रा की सोच क्या है, विचार क्या है। मैं तो इससे बहुत मंत्रमुग्ध हुआ हैं। यह यात्रा देश का ध्यान आकर्षित कर रही है। लोगों को अपनी तरफ खींच रही है कि राहुल गांधी नाम का नौजवान इतनी बड़ी और कठिन यात्रा लेकर निकल रहा है। हर राज्य का जहां यात्रा नहीं भी जा रही है, वहां के हर घर तक इस यात्रा का संदेश जा रहा है।

प्रधानमंत्री क्यों नहीं करते अपील

सीएम गहलोत ने कहा कि ये राहुल गांधी की हुंकार है कि समय रहते हुए बेरोजगारी कम कराओ, देश में शांति-सद्भाव बना रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश को क्यों नहीं संबोधित कर अपील करते हैं। आज हर संस्था दबाव में काम कर रही हैं। राहुल गांधी भारत जोड़ो का निर्णय लेकर देश को एक संदेश दे रहे हैं। हर कांग्रेस का कार्यकर्ता और नेता इस यात्रा से जुड़ रहा है। गहलोत ने कहा कि यात्रा खत्म होने के साथ-साथ शुरू भी होगी। क्योंकि इसके बाद हाथ से हाथ जोडो अभियान शुरू होगा।

मीडिया पर उठाए सवाल

राहुल गांधी की इस यात्रा को हर कोई महत्व दे रहा है। मीडिया के संपादकों और मीडिया हाउस पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस य़ात्रा को मीडिया साथ नहीं दे रहा है। उसका सामाजिक सरोकार से कोई मतलब नहीं है। नेशनल मीडिया ने इसे पूरी तरह से बॉयकॉट किया है। इस कदर मीडिया तानाशाही से डरा हुआ है, वो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने का धर्म नहीं निभा रहा है। आप अपना कर्तव्य नहीं ऩिभा रहे हैं। आपको इतिहास माफ नहीं करेगा। यात्रा को लेकर क्या रिस्पॉन्स है आपका।

सीएम ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि देश में शांति रहे, सद्भाव रहे इसके लिए कोई भी पैरोकरी करे उसका इस यात्रा में स्वागत हैं। चाहे वो संघ के हो, RSS के हों, किसी भी पार्टी और विचारधारा के हों, किसी भी संस्था के हों, उनका इस यात्रा में स्वागत है।

तानाशाही को उखाड़ फेंकेंगे

प्रेस कांफ्रेंस में पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि एक महात्मा गांधी थे, जो सभी को साथ लेकर चले और देश को आजादी दिलाई। अब राहुल गांधी सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। अब राहुल भी इस यात्रा में सफल होंगे। लोगों को जोड़ेंगे और मानसिक आजादी दिलाएंगे। झालावाड़ की जनता ने भारत जोडो यात्रा को स्वागत किया, देखिए कितने लोग इसमें शामिल हो रहे हैं। इस देश से तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जिस तरह अपना बलिदान देकर देश को जोड़कर गए। अब राहुल गांधी अपनी इस यात्रा से लोगों को जोड़ने का संदेश दे रहे हैं।

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