कोटा में 17 मार्च से होगा स्वामीनारायण मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव, लोकसभा अध्यक्ष बिरला होंगे मुख्य अतिथि
कोटा। धर्म व आध्यात्म के क्षेत्र में कोटा शहर में 17 मार्च को एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। कोटा की धरती पर बारां रोड महालक्ष्मी पुरम स्थित श्रीस्वामीनारायण मंदिर में प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। करीब 7 करोड़ की लागत से बने भव्य मंदिर में विश्रांती भवन बनाया गया है, जिसमें 60 कमरें आगुंतक श्रृद्धालुओं के लिए हैं। मुनि स्वामी, हसमुख भाई, अरविंद भाई, जीडी पटेल ने बताया कि 17 से 19 मार्च तक त्रिदिवसीय कार्यक्रम के तहत मंदिर का भव्य प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव कौशलेन्द्र प्रसाद महाराज के सानिध्य में आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे। गिरिराज मित्र मण्डल एवं श्याम परिवार की ओर से भजन संध्या का आयोजन होगा। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान पोथी पूजा, यज्ञ, नगर यात्रा, भजन संध्या, भागवत कथा, गरबा रास, कृष्णजन्मोत्सव, मंदिर उद्घाटन, लेजर लाइट शो सहित विभिन्न कार्यक्रम होंगे।
60 हजार वर्ग फीट में फैला है मंदिर
मुनि स्वामी ने बताया कि मंदिर का निर्माण महंत शास्त्री स्वामी हरिकृष्णदास के मार्गदर्शन में पूरा हुआ है। 5 शिखर वाले एक बड़े गुम्बद के साथ 3 छोटे गुम्बद वाला मंदिर 60 हजार वर्ग फीट में फैला है। मंदिर का निर्माण करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। जीडी पटेल ने बताया कि समारोह में देश-विदेश से कारीब 400 से अधिक लोग आएंगे। कार्यक्रम में कौशलेन्द्र प्रसाद महाराज, बड़ेमहाराजश्री, लालजी महाराज, महंत हरिकृष्णदास महाराज सहित 150 संतों का सानिध्य प्राप्त होगा। इनमें 70 से अधिक महिला संत शामिल है।
इस प्रकार रहेगा कार्यक्रम
17 मार्च को सुबह 8.30 बजे पोथी पूजन एवं यात्रा व 9.30 बजे दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम का प्रारंभ होगा। इसके बाद सुबह 10 बजे यज्ञ व भागवत कथा प्रारंभ होगी। गिरिराज मित्र मण्डली के सहयोग से आयोजित श्री कृष्ण जन्मोत्सव में शाम 6 बजे भजन संध्या होगी। इसमें गोविंद माहेश्वरी भजनों की रसगंगा बहाएंगे। रात्रि में गरबा रास का आयोजन होगा। 18 मार्च को भी भागवत की रसधारा शास्त्री स्वामी धर्मकिशोर दास महाराज सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक बहाएंगे। इसके बाद 4 बजे से नगर यात्रा निकाली जाएगी। रात्रि में 8 बजे भजन संध्या व रात्रि 9.30 बजे मंदिर उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से किया जाएगा। महोत्सव की पूर्णाहुति 19 मार्च को श्री राधाकृष्ण व नरनारायण की प्राण प्रतिष्ठा से होगी।