उदयपुर सेंट्रल जेल में पुलिस का छापेमारी, कैदियों ने टॉयलेट में बहाए मोबाइल
उदयपुर। प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों के पास मोबाइल फोन सहित संदिग्ध वस्तुओं की मिलने की खबरें आती रहती हैं। वहीं कई शातिर अपराधी है जो जेल के अंदर से ही अपराध का नेटवर्क चला रहे हैं। इसी के चलते उदयपुर जिला पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सेंट्रल जेल में छापेमारी कर तलाशी ली। पुलिस को तलाशी के दौरान जेल में करीब 6 मोबाइल और अन्य कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुईं हैं। वहीं छापेमारी की भनक लगते ही बंदियों ने अपने मोबाइल फोन टॉयलेट में बहा दिए थे।
मुखबीर से मिली थी मोबाइल फोन की सूचना
दरअसल, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सेंट्रल जेल उदयपुर के बैरक नंबर 14 में बंद शातिर बदमाश दिलीप नाथ के पास मोबाइल है। शातिर कैदी अपने साथियों के साथ मोबाइल फोन से बात कर जेल से ही आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। सूचना पर एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में एएसपी महिला अपराध और अनुसंधान प्रकोष्ठ मनजीत सिंह, थानाधिकारी भुपालपुरा हनवंत सिंह सोढ़ा, थानाधिकारी अम्बामाता रवीन्द्र चारण, थानाधिकारी नाई श्याम सिंह रत्नू और थानाधिकारी सुखेर संजय शर्मा की एक विशेष टीम का गठन कर सेंट्रल जेल की आकस्मिक सर्च के लिए रवाना किया गया।
टॉयलेट पाइप को तोड़कर जब्त किए 6 मोबाइल
डीआईजी जेल कैलाश त्रिवेदी के निर्देशन में पुलिस टीम ने केंद्रीय कारागृह उदयपुर में तलाशी अभियान चलाया। जेल में एंट्री करने के बाद बैरक नम्बर 14 की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान पुलिस को बैरिक के रोशनदान की सलाखों के नीचे की तरफ 2 पेन ड्राइव, 3 लाइटर, 1 ईयरफोन, एक मोबाइल चार्जर और मोबाइल नम्बर लिखीं करीब 12 पर्चियां मिलीं।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया की बैरक नम्बर 14 के कुछ बंदियों ने चैकिंग से बचने के लिए कुछ मोबाइल बैरिक में बने बाथरूम में बहा दिए हैं। पुलिस ने इस बैरक के अन्दर बने बाथरूम के अंदर से बाहर की तरफ निकल रहे पाइप को तोड़कर तलाशी ली। पुलिस को तलाशी के दौरान 6 मोबाइल फोन मिले। टीम ने इन्हें जब्त कर थाना सूरजपोल पर केस दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।