पुलिस ने घेराबंदी कर फ्लैट में कुख्यात अपराधी को पकड़ा, अवैध हथियार भी जब्त
Crime News:अपराधियों की धरपकड को लेकर जोधपुर पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस पुलिस ने एक विशेष कार्यवाही को अंजाम दिया। शहर की बोरानाडा पुलिस ने एक फ्लैट में छिपे हुए दो इनामी अपराधी सहित छह बदमाशों को घेराबंदी कर दबोचा है। उनके पास से पुलिस ने तीन पिस्टल मय मैगजीन, एक अतिरिक्त मैगजीन व 15 जिन्दा कारतूस जब्त किए है। उनसे अवैध हथियारों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार बदमाशों में एक पर 75 हजार और एक अन्य पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
ऐसे की कार्यवाही
डीसीपी (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि एजीटीएफ पुलिस मुख्यालय राजस्थान जयपुर से बोरानाडा थानाधिकारी शकील अहमद को सूचना मिली कि बोरानाडा थाना क्षेत्र में मोस्ट वान्टेड ठहरे हुए है जो कई थानों व जिलों में वान्टेड है एवं अवांछनीय गतिविधियों में लिप्त है। उनके पास हथियार इत्यादि भी मिलने की संभावना है। उनके द्वारा लोकेशन भेजे जाने पर एजीटीएफ के सहयोग से थाना स्तर पर एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने लोकेशन के आधार पर गंगाणा गांव रोड स्थित जेबी हाइट्स बिल्डिंग के फ्लैट नंबर 808 में घेराबंदी कर दबिश दी तो वहां छह संदिग्ध युवक मिले।
तलाशी में बरामद किए पिस्टल व कारतूस
तलाशी लेने पर तीन पिस्टल मय मैगजीन, एक अतिरिक्त मैगजीन व 15 जिंदा कारतूस बरामद हुए। इस पर पुलिस ने एनडीपीएस प्रकरण के वांछित 75 हजार रुपए के इनामी अपराधी नाडी के पीछे फींच पुलिस थाना लूणी निवासी दिनेश उर्फ कालू पुत्र हिराराम विश्नोई, 25 हजार का इनामी अपराधी बडनावा की ढाणी फींच निवासी विनोद पुत्र घेवरराम विश्नोई के साथ वहीं पर मौजूद ढाकों की ढाणी फींच निवासी रामस्वरूप विश्नोई पुत्र तेजाराम, बेरडो की ढाणी सरली पुलिस थाना बाड़मेर निवासी गोकलाराम जाट पुत्र मोटाराम, निंबली नाडी हमीरनगर फींच निवासी महेंद्र विश्नोई पुत्र भागीरथराम व रामदेवरिया पुलिस थाना सदर जिला बाड़मेर निवासी गंगाराम जाट पुत्र सोनाराम को गिरफ्तार कर लिया।
2023 में की थी फायरिंग
गैंग का मुख्य आरोपी दिनेश उर्फ कालू जोधपुर के फींच का रहने वाला है। साल 2023 में निंबाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र में पुलिस पर फायरिंग भी कर चुका है। उस समय नाकाबंदी पर भागने के प्रयास में फायरिंग की थी। इसको लेकर भी मामला दर्ज हैं। वहीं इसका एक अन्य साथी विनोद 25 हजार का इनामी है। विनोद दिनेश के साथ मिलकर नशा तस्करी का काम करता था।
पश्चिमी राजस्थान की सबसे बड़ी गैंग
बता दें की कमल राणा मादक पदार्थ का बड़ा तस्कर था। जिसे दो साल पहले गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद कालू उर्फ दिनेश ने गैंग की कमान संभाली। ये गैंग एमपी, मारवाड़ से लाकर डोडा पोस्त की तस्करी करने लगी। आरोपी लंबे समय से पुलिस की गिरफ्त से दूर था। पूरी गैंग पर करीब 16 मामले दर्ज हैं। इनमें से दिनेश उर्फ कालू 8 मामलों में फरार चल रहा था। वहीं विनोद, मगाराम दो व अन्य आरोपी एक एक मामले में फरार चल रहे थे।