किरायेदार बनकर अपराधी का पुलिस ने खटखटाया दरवाजा,फिल्मी अंदाज में इस तरह किया गिरफ्तार
Crime News: एक कहावत है कि कानून के हाथ लम्बे होते है अपराधी चाहे देश या फिर दुनिया के किसी भी कौने में क्यो न छिपा हो उसको पुलिस पकडकर सलाखो के पीछे आखिर भेजने में कामयाबी हो ही जाती है. इसी तरह देश और दुनिया के हर कौने में बैठे वांछित अपराधियों को पकडने का काम कर रहे है जोधपुर रेंज के आईजी विकास और उनके निर्देशन में गठित की गई विशेष टीम द्वारा एक के बाद एक कार्यवाहियां की जा रही है. उस कार्यवाही के तहत ही पूणे में बैठे दो जिलो के ईनामी अपराधी पुष्पेंद्र को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी मिली है. जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने एक विशेष ऑपरेशन वज्रमाल चलाते हुए कई जिलों के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. आरोपी पुलिस से बचने के लिए महाराष्ट्र राज्य में मार्बल और टाइल लगाने का काम करता था, लेकिन दशहरा मेले में जोधपुर आने के दौरान पकड़ा गया.
25 हजार का अपराधी पर ईनाम घोषित
आरोपी के खिलाफ बाड़मेर के कोतवाली थाने में लूट का मामला भी दर्ज है जिस पर 25 हजार का इनाम घोषित था इसके अलावा बालोतरा थाने में भी लूट का एक मामला दर्ज था जिस पर 5000 का इनाम था. रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने पुष्पेंद्र सिंह पुत्र कृपाराम जाट निवासी हीरा की ढाणी पुलिस थाना गिड़ा जिला बाड़मेर को गिरफ्तार किया. आरोपी बाड़मेर में एक बड़ी लूट के मामले में फरार चल रहा था. वहीं बालोतरा में भी एक वारदात कर चुका था. इसको लेकर पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. उस पर बाड़मेर कोतवाली थाने में 25000 और बालोतरा थाने में 5000 का इनाम भी घोषित था. आरोपी को पकड़ने के लिए साइक्लोनर टीम की ओर से ऑपरेशन वज्रमाल चलाया गया.
छुट्टी मनाने आया राजस्थान तो पुलिस ने इस तरह लगाया पता
आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था इसको लेकर पुलिस ने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि आरोपी महाराष्ट्र राज्य में मार्बल और टाइल लगाने का काम करता है. इस पर पुलिस उसके ठिकाने पहुंची तो वहां पता चला कि वह दुर्गा पूजा की छुट्टी मनाने के लिए राजस्थान गया हुआ है. वहां के लोगों ने बताया गया वह यहां पर वापस नहीं आएगा उसके साथ काम करने वालों ने बताया कि पुष्पेंद्र अकसर जोधपुर के रावण वध की चर्चा करता रहता था और यह बताता था कि जोधपुर में तीन नहीं पांच पुतले जलाए जाते हैं कभी तुम लोगों को भी जोधपुर में दिखा दूंगा. उसने अपने साथियों को यही बताया कि इस बार दशहरे मेले में वह रावण दहन के वीडियो उन लोगों तक भी भेजेगा. यह जानकारी पुलिस को मिली तो टीम तुरंत एक्टिव हो गई. आरोपी पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था इसके चलते भी उसे ट्रेस करना काफी मुश्किल था.
किरायेदार बनकर टीम इस तरह पहुंची अपराधी तक
टीम ने आरोपी की तलाश में बस स्टैंड, टैक्सी चालकों से जानकारी जुटाई. पुलिस को उसके भादू मार्केट में उतरने की सूचना मिली थी. इस पर करीब 5 दिन तक पुलिस पाल रोड के भादू मार्केट और उसके आसपास के इलाकों में किराए पर लिए मकानों की जानकारी जुटाती रही. टीम को यह जानकारी मिली कि आरोपी ने इसी क्षेत्र में कहीं पर कमरा किराए पर लिया है. इस पर टीम मकान किराए पर लेने के लिए किराएदार बनकर आरोपी के घर तक पहुंची तो एक मकान मालिक ने बताया कि यहां एक महिला रहती है जो कई महीनो से किराए रहती है. किराया एडवांस देने का बोलने पर भी अब तक किराया नहीं दिया है और कहती है कि पति बाहर से काम से आएगा तब किराए दूंगी. टीम को उसके बारे में पुख्ता सूचना मिलने पर टीम ने मकान के आसपास की जगह पर सादा वर्दी में निगरानी शुरू करदी.
दशहरा मेला देखने आया था अपराधी
गौरतलब है कि दशहरा मेले के दिन आरोपी पुष्पेंद्र महिला के साथ रावण चबूतरा मेले में रावण दहन देखने के लिए गया था. यहां से वापस घर लौटा तो टीम ने किराएदार बनकर मकान किराए पर लेने के लिए उससे बात करने के लिए आवाज दी. आरोपी जैसे ही बाहर आया साइक्लोनर टीम ने उसे दबोच लिया. आरोपी इतना शातिर था कि खुद और अपनी पत्नी को भी मोबाइल इस्तेमाल नहीं करने देता था. आरोपी से पूछताछ में कई अन्य जगहों पर हुई वारदात के बारे में भी खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल साइक्लोनर टीम उससे पूछताछ के बाद बाड़मेर पुलिस के हवाले करेगी.
यह रहे टीम में शामिल
कार्रवाई करने वाली टीम में कन्हैयालाल, अमित चौहान, महेंद्र कुमार, हैड कॉन्स्टेबल महिपाल सिंह, मनीष कुमार, राकेश कुमार, अशोक परिहार, झूमर लाल, घासीलाल, गोपाल जानी शामिल रहे.