पुलिस ने रात 3 बजे वीरांगनाओं को पायलट के आवास से उठाया, परिजन हिरासत में, अब थाने के सामने धरने पर बैठे किरोड़ी
जयपुर। न्याय की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से बीजेपी सांसद किरोड़ी मीणा के साथ आंदोलन कर रही वीरांगनाओं के धरना-प्रदर्शन मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने देर रात तीनों वीरांगनाओं को धरना स्थल से उठाकर अपने-अपने घर छोड़ दिया। यह पता चलते ही बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार सुबह महिंद्रा सेज थाना पहुंचे और अपने समर्थकों के साथ थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए। किरोड़ी मीणा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वीरांगनाओं से ससम्मान मिलने की बजाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुलिस के दम पर उनका दमन करना चाहते हैं।
इससे पहले किरोड़ी मीणा सेज थाने के अंदर पहुंचे। जहां पर किरोड़ी मीणा लॉकअप में बंद वीरांगनाओं के परिजनों और अपने समर्थकों से मिले। इस दौरान किरोड़ी मीणा भारत माता के उद्घोष के साथ अपने कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई करते हुए नजर आए। वहीं, समर्थकों ने भी जमकर भारत माता और वंदे मातरम के नारे लगाए। बता दें कि वीरांगनाओं के परिजनों सहित सांसद किरोड़ी लाल मीणा के एक दर्जन कार्यकर्ताओं को पुलिस हिरासत में लेकर लॉकअप में बंद किया है।
किरोड़ी के धरना स्थल से जाते ही पुलिस ने लिया एक्शन
जानकारी के मुताबिक डॉ.किरोड़ी लाल मीणा तबीयत खराब होने के कारण कुछ देर के लिए अपने आवास पर चले गए थे। लेकिन, जैसे ही सांसद मीणा ने धरना स्थल छोड़ा तो पुलिस ने वीरांगनाओं को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने देर रात 3 बजे धरने पर बैठी वीरांगनाओं, उनके परिजन और किरोड़ी मीणा के समर्थकों को धरना स्थल से उठाया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को अपने-अपने घर छोड़ दिया। वहीं, वीरांगनाओं के परिजन और किरोड़ी मीणा के समर्थकों को महिंद्रा सेज थाने लेकर आई।
वीरांगनाओं को घर छोड़ा, परिजन व किरोड़ी समर्थक हिरासत में
जानकारी के मुताबिक वीरांगनाएं तीन-चार दिन से सचिन पायलट के आवास के बाहर धरने पर बैठी हुई थी। लेकिन, देर रात 3 बजे पुलिस को पता चला कि किरोड़ी मीणा धरना स्थल पर नहीं है, तो पुलिस मौके पर पहुंच गई और वीरांगनाओं को धरना स्थल से उठा दिया। हालांकि, पहले खबरें आ रही कि पुलिस ने वीरांगनाओं को हिरासत में ले लिया है और किसी से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। लेकिन, बाद में पता चला कि पुलिस ने तीनों वीरांगनाओं को अपने-अपने घर पर छोड़ दिया है। लेकिन, वीरांगनाओं के परिजनों और किरोड़ी मीणा के दर्जनों समर्थकों को हिरासत में लेकर लॉकअप में बंद कर दिया है। इसके बाद शुक्रवार सुबह किरोड़ी मीणा अपने आवास से महिंद्रा सेज थाना के लिए रवाना हुए और थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए।
किरोड़ी मीणा ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
इस पूरे मामले का पता चलते ही किरोड़ी मीणा आग बबूला हो गए और गहलोत सरकार पर एक बार फिर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस के दम पर वीरांगनाओं की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। लेकिन, सरकार अपने मनसूबों में कभी कामयाब नहीं हो पाएगी। किरोड़ी मीणा ने ट्वीट किया कि वीरांगनाओं से ससम्मान मिलने की बजाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुलिस के दम पर उनका दमन करना चाहते हैं। अलसुबह 3 बजे पुलिस वीरांगनाओं, उनके परिजनों और कार्यकर्ताओं को उठाकर ले गई। ऐसा करके सरकार वीरांगनाओं के हौसले को तोड़ नहीं सकती। हक मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा। कुछ ही देर में महिंद्रा सेज थाना पहुंच रहा हूं। सरकार पुलिस के दम पर वीरांगनाओं की आवाज को दबा नहीं पाएगी। और ताकत के साथ निरंकुश और तानाशाही सरकार का प्रतिरोध किया जाएगा।