होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

100 दिन व्यस्त हूं, तैयार रहें…धमा-धम काम आने वाला है, मोदी ने नौकरशाहों को चेताया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम चुनाव के बाद भाजपा नीत राजग की नई सरकार बनने का भरोसा जताते हुए कहा कि भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए और दृढ़ता तथा गंभीरता से काम शुरू होगा।
09:42 AM Apr 02, 2024 IST | BHUP SINGH

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम चुनाव के बाद भाजपा नीत राजग की नई सरकार बनने का भरोसा जताते हुए सोमवार को कहा कि भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए और दृढ़ता तथा गंभीरता से काम शुरू होगा। उन्होंने अिधकारियों से काम की बाढ़ के लिए तैयार रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा, मैं 100 दिन बिजी(व्यस्त) हूं। आप के पास भरपूर समय है। आप सोच कर रखिए, क्योंकि शपथ लेने के दूसरे ही दिन धमा-धम काम आने वाला है। पीएम मोदी ने सोमवार को रिजर्व बैंक के 90 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम संबोधित करते हुए यह बात कही।

यह खबर भी पढ़ें:-अब घर बैठे मिनटों में होगा पासपोर्ट का आवेदन, AI सपोर्ट सिस्टम ऐसे होगा मददगार साबित

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को अगले 10 वर्षों में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है, ताकि राष्ट्र वैश्विक कारकों से ज्यादा प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि जून में तीसरी बार भाजपा नीत राजग के सत्ता में आने पर हर किसी के लिए ढेर सारे काम सृजित होंगे।

विशेषज्ञता विकसित करने की आवश्यकता

पीएम मोदी ने कहा कि कई नए क्षेत्र बन रहे हैं और उन क्षेत्रों के वित्तपोषण में विशेषज्ञता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसे मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी में नवाचार के महत्व पर जोर देते हुए कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और कार्य के लिए कर्मियों की पहचान पर भी जोर दिया।

बैंकिंग क्षेत्र फायदे में आया

पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिं ग क्षेत्र फायदे में आ गया है और पिछले दशक में उनकी सरकार और आरबीआई द्वारा किए गए प्रयासों के कारण ऋण वृद्धि बढ़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां, जो 2018 में लगभग 11.25 प्रतिशत थीं, सितंबर, 2023 तक घटकर तीन प्रतिशत से कम पर आ गईं। ‘ट्विन बैलेंस शीट’ की समस्या अब अतीत की बात हो गई है और बैंक अब ऋण में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहे हैं।

यह खबर भी पढ़ें:-दादा फ्रीडम फाइटर, चाचा उपराष्ट्रपति और बेटा नेशनल शूटर…हैरान कर देगी मुख्तार अंसारी की कहानी

Next Article