बीकाणा में आज PM नरेंद्र मोदी, गहलोत के 'मॉडल स्टेट' के सामने रखेंगे अपने 9 साल के काम! 30 सीटों पर नजर
बीकानेर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की हवा चलने के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपने झंडे तान दिए हैं जहां बीजेपी की ओर से लगातार दिल्ली खेमे के नेताओं को मैदान में उतारा जा रहा है जहां खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने मरुधरा में कमान संभाल रखी है. इसी कड़ी में पीएम 8 जुलाई को बीकानेर दौरे पर आ रहे हैं जहां वह अमृतसर-जामनगर के बीच 20 हजार करोड़ के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के साथ ही करोड़ों के अन्य विकास से जुड़े कामों का भी लोकार्पण करेंगे.
बता दें कि पीएम मोदी पिछले 9 महीने में 6 दौरे राजस्थान के कर चुके हैं जिसके बाद अब उनका यह सातवां दौरा है. वहीं सूबे के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में पीएम पहली बार आ रहे हैं जहां 6 जिलों में 30 विधानसभा सीटें और 4 लोकसभा सीटें आती है.
इसके अलावा बीकानेर जिले से कांग्रेस के 3 विधायक के साथ ही सरकार में 3 मंत्री आते हैं जहां बीते दिनों से सीएम अशोक गहलोत खुद अपनी सरकार की योजनाओं का प्रदेश में प्रचार कर रहे हैं वहीं पीएम मोदी राजस्थान में चुनाव की हवा केंद्र सरकार के 9 साल के कामों की ओर मोड़ने की कोशिश कर सकते हैं. दरअसल पिछले कई दिनों से बीजेपी के नेता देश भर में केंद्र सरकार के 9 साल के कामों को गिना रहे हैं.
मोदी गिनाएंगे 9 साल के काम!
बता दें कि बीजेपी का राजस्थान पर खास फोकस है जहां पिछले 10 दिनों में बीजेपी के 4 प्रमुख नेताओं के राजस्थान दौरे हो चुके हैं. पिछले दिनों में गृहमंत्री अमित शाह उदयपुर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर आए थे जहां उनका फोकस राजस्थान के साथ ही लोकसभा चुनाव पर भी दिखा.
वहीं पीएम जनसभा में गहलोत सरकार की योजनाओं के सामने केंद्र के विकास के मॉडल का जिक्र कर सकते हैं. इसके अलावा पीएम कांग्रेस सरकार के 4.5 सालों को लेकर सीएम गहलोत की घेराबंदी कर सकते हैं जहां वह अपराध, महिलाओं पर अत्याचार, पेपर लीक, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेर सकते हैं.
30 सीटों को साधने की तैयारी
वहीं पीएम की बीकानेर जनसभा के जरिए बीजेपी गंगानगर, चूरू, हनुमानगढ़ और बीकानेर जिलों के अलावा नागौर और झुंझुनू जिलों में ब्राह्मण, दलित और जाटों को साधना चाहती है. वहीं बीकानेर में ब्राह्मण और जाट, श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ में जट सिख और नागौर में जाटों के साथ ही चूरू जिले में ब्राह्मण के अलावा राजपूतों की भी अच्छी आबादी है जहां आदिवासी, गुर्जर, मीणा समाज के बाद अब बीजेपी का फोकस इधर है. इन इलाकों में 30 विधानसभा सीटों के अलावा 4 लोकसभा सीटें भी आती है.