कमल का निशान, मोदी का चेहरा और 9 साल के काम…इस रणनीति के सहारे BJP लडे़गी राजस्थान का रण
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही सियासी गहमागहमी बढ़ने लगी है जहां पीएम मोदी के दौरे बढ़ने के साथ ही विपक्ष का हमलावर रुख सत्ता पक्ष कांग्रेस पर तेज हो गया है. कांग्रेस जहां अशोक गहलोत की वेलफेयर स्कीम और 5 साल के कामकाज पर जनता के बीच जाने का मन बना चुकी है वहीं बीजेपी ने भी अब अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं.
बीते गुरुवार को पीएम मोदी के सीकर दौरे पर बीजेपी की रणनीति और चेहरा जैसी काफी अटकलों को विराम मिला जहां मोदी ने गहलोत सरकार को घेरने के मुद्दे और केंद्र सरकार की गारंटी का जिक्र किया. दरअसल बीजेपी में चेहरे को लेकर खींचतान अंदरखाने चल रही है लेकिन पीएम मोदी ने कल साफ किया कि चुनाव कमल के निशान और उनके चेहरे पर ही लड़ा जाएगा.
पीएम मोदी ने गुरुवार को सीकर में बीजेपी नेताओं को एकजुटता का संदेश देने के साथ ही चुनावी मुद्दों के बारे में बताया. वहीं पीएम ने केंद्र सरकार के कामों का हवाला देते हुए गारंटी का जिक्र किया जिससे स्पष्ट हो गया है कि चुनाव पीएम के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा.
भ्रष्टाचार, पेपर लीक और कानून व्यवस्था होंगे बड़े मुद्दे
पीएम मोदी ने कल अपने भाषण में गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार, पेपर लीक और कानून व्यवस्था को लेकर जमकर घेरा जहां उन्होंने लाल डायरी का जिक्र करते हुए इसमें काले कारनामे होने का आरोप लगाया. वहीं पेपर लीक लेकर भी सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार को पेपर लीक माफिया कहा. बताया जा रहा है कि बीजेपी युवाओं पर इस बार खास फोकस रखने वाली है. इधर बीजेपी लाल डायरी को लेकर राज्य में पहले से हमलावर है और आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र भी किया जाएगा.
वहीं बीजेपी कानून व्यवस्था को भी बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है जहां महिला व दलित अत्याचार, ब्लात्कार जैसी घटनाओं पर पीएम मोदी का आक्रामक रुख दिखाता है बीजेपी इसे बड़ा मुद्दा बनाने वाली है. मालूम हो कि पीएम ने जनसभा में 'बहन-बेटियों पर अत्याचार, नहीं सहेगा राजस्थान' यह नारा भी कई बार लगावाया.
इसके अलावा कांग्रेस का कर्जमाफी का वादा भी चुनावों में फिर से उठेगा जहां बीजेपी किसानों के इस जरूरी मुद्दे पर कांग्रेस की घेराबंदी करेगी. वहीं हिंदुत्व को लेकर भी बीजेपी हमलावर रुख अपनाएगी जहां पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के कई नेता तीज-त्यौहारों पर धारा 144, बीते दिनों हुए दंगों का जिक्र करते हैं.
गारंटी बनाम वेलफेयर की जंग!
पीएम ने कहा कि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार की जरूरत है जहां उन्होंने अपनी सरकार के 9 साल के काम गिनवाए और केंद्र की योजनाओं को गहलोत की वेलफेयर स्कीम के सामने पेश किया. दरअसल राजस्थान में इस बार गहलोत सरकार अपनी 4 साल के दौरान दी गई फ्लैगशिप स्कीमों को लेकर आशवस्त है ऐसे में मोदी ने बीजेपी नेताओं को संदेश दिया है कि चुनावों में केन्द्र सरकार की योजनाओं को जनता के बीच रखना है.