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Phalodi Satta Bazar: फलोदी सट्‌टा बाजार में प्रत्याशियों की जीत-हार का आंकलन शुरू, जानें कैसे होती है भविष्यवाणी

Rajasthan Phalodi Satta Bazar: राजस्थान में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है। लेकिन फलोदी सट्टा बाजार का पारा पूरी तरह ये चढ़ा हुआ है। जानते हैं क्या कहता है फलोदी का सट्‌टा बाजार।
12:21 PM Apr 28, 2024 IST | BHUP SINGH
phalodi satta bazar  फलोदी सट्‌टा बाजार में प्रत्याशियों की जीत हार का आंकलन शुरू  जानें कैसे होती है भविष्यवाणी

Rajasthan Phalodi Satta Bazar: राजस्थान में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। राजस्थान में 25 भावी सांसदों का भाग्य अब ईवीएम में कैद हो गया है। सांसदों और पार्टियों की किस्मत का फैसला 4 जून को होगा, जब मतगणना होगी, लेकिन राजस्थान का फलोदी सट्टा बाजार में बढ़ते और घटते भाव अक्सर सरकारें के बनने और गिरने के संकेत देता आया है।

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चुनाव का परिणाम तो 4 जून को जारी होगा, लेकिन इससे पहले राजस्थान और देश में वोट परिणाम किसके हक में जाएंगे इसका आंकलन शुरू हो गया है, लेकिन चुनाव के बाद अक्सर चर्चा में रहने वाले फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी पर एक बार फिर सबकी निगाहें थमी हैं। सभी जानना चाहते हैं कि साल 2024 में केंद्र किसकी सरकार बनेगी। राजस्थान में किसकी कितनें सीटें आएगी।

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देशभर में फैला है फलोदी सट्टा बाजार का नेटवर्क

फलोदी सट्टा बाजार नेटवर्क केवल राजस्थान में नहीं बल्कि पूरे देश में फैला है। इस बाजार में चुनाव और उसके बाद अघोषित तौर पर करोड़ों रुपए का सट्‌टा लगता है। चुनाव में जिस प्रत्याशी का भाव कम निकाल रहा होता है ऐसे प्रत्याशी की जीत की संभावना अधिक होती है, जिसके भाव ही नहीं निकल रहे, मतलब उनके हार के संभावना ज्यादा होती है। फलोदी सट्टा बाजार में भारत के विधानसभा, लोकसभा चुनाव से लेकर क्रिकेट और विदेश में होने वाले चुनावों पर भी सट्‌टा लगता है।

कैसे अनुमान लगाते हैं सटोरिये?

आमतौर पर सटोरिये अखबार पढ़ते हैं, टीवी चैनल न्यूज देखते है, सोशल मीडिया पर माहाल देखते हैं और नेताओं की सभाओं में जुटने वाली भीड़, वोटिंग प्रतिशत और लोगों से बात करके ये अनुमान लगाते हैं कौन कहां से जीतेगा और किसी पार्टी को कितनी टिकट मिलेंगी? लेकिन फलोदी सट्टा बाजार की गणिल बिल्कुल उलट है। चुनाव में जिस प्रत्याशी पर फलोदी सट्टा बाजार भाव कम निकाल रहा है, इसका मतलब ये न हीं कि वो प्रत्याशी कमजोर है। कम भाव वाले प्रत्याशी की जीत की संभावना अधिक होती हैं।

राजस्थान में 500 सालों से लग रहा है सट्‌टा

फलोदी सट्‌टा बाजार की मुंबई शेयर मॉर्केट में भी अच्छी पकड़ है। यहां करीब 300 लोग काम करते हैं। फलोदी को शायद ही देश के दूसरे हिस्से में कोई जानता है, लेकिन यहां के सट्‌टे बाजार से हर कोई वाकीफ है। फलोदी में गर्मी में तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है, लेकिन फिलहाल यहां चुनावी तापमान बढ़ा हुआ है। फलोदी सट्‌टा बाजार में हर किसी को अपने विचार रखने का अधिकार है। यहां गली-गली में सट्‌टा खेला जाता है। किसी ने जूता फेंका तो सीधा गिरेगा या उल्टा, इस बात पर भी सट्‌टा लग जाता है।

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