राजस्थान में आज नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, 12 घंटे की हड़ताल शुरू, मांगे नहीं मानी कल से ज्यादा दिक्कत
Petrol Pump Operators Strike In Rajasthan : जयपुर। राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में वैट कम करने की मांग को लेकर पेट्रोलियम डीलर्स की 12 घंटे की हड़ताल शुरू हो गई है। प्रदेशभर पेट्रोल पंप आज सुबह 6 से शाम 6 बजे तक सांकेतिक हड़ताल के तहत बंद है। इससे पहले शनिवार रात पेट्रोल पंपों पर वाहनों की भीड़ लगी रही। जानकारी के मुताबिक आज सुबह 6 से प्रदेशभर में करीब 6700 पेट्रोल पंपों पर बंद है। अगर आज मांगों पर सहमति नहीं बनी तो पेट्रोलियम डीलर्स कल से अनिश्चकालिन हड़ताल पर रहेंगे। इससे पहले तीन दिन तक रात 8 से 10 बजे तक प्रदेशभर में पेट्रोल पंप बंद रखकर पेट्रोलियम डीलर्स ने सरकार का ध्यान आकर्षण किया था।
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि सरकार ने वैट कम करने को लेकर 10 दिन का समय मांगा था, जो खत्म हो गया। सरकार ने हमारी बात को नहीं सुनी तो प्रदेश के समस्त पंप सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के संदीप भगेरिया ने कहा कि सरकार के साथ वार्ता हुई थी, जिसमें हमारी मांगों को मानने का आश्वासन दिया गया था, मगर सरकार की ओर से कोई उचित प्रतिक्रिया नहीं आने के कारण वापस से अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता चुनना पड़ा है।
राज्य सरकार 3 अक्टूबर को राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के साथ बैठक करेंगी। इससे पहले राज्य सरकार ने 30 सितंबर को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के साथ मीटिंग की थी। वहीं, शुक्रवार को शासन सचिव, वित्त (राजस्व) केके पाठक की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने पेट्रोल कर्मियों की मांगों पर चर्चा की थी। बैठक में पेट्रोल एवं डीजल के पिछले 5 वर्षो में अर्जित राजस्व का विश्लेषण किया गया। साथ ही, प्रदेश की पेट्रोल एवं डीजल की दरों का अन्य राज्यों में लागू दरों से तुलनात्मक अध्ययन भी किया गया।
सरकारी की आरे से गठित कमेटी में कौन-कौन?
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने एसोसिएशन की समस्याओं के समाधान का तुरन्त निस्तारण करने के लिए शासन सचिव, वित्त (राजस्व) की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। इसमें आयुक्त, वाणिज्य कर विभाग, संयुक्त शासन सचिव वित्त (कर) विभाग, अतिरिक्त खाद्य आयुक्त एवं निदेशक, उपभोक्ता मामलात विभाग और उपायुक्त एवं उपशासन सचिव (द्वितीय) खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सदस्य नियुक्त किए गए हैं।
वैट की वजह से 2000 पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर
पेट्रोलियम डीलर्स की प्रमुख मांग है कि वैट को घटाया जाए। वर्तमान में वैट की वजह से 270 पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं। दो हजार पंप बंद होने की कगार पर ही है। ऐसे में पिछले महीने कई दिन तक पेट्रोल पंप बंद रखे गए थे। जिस पर सरकार और पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के बीच 15 सितंबर को वार्ता हुई जो सफल रही थी। इसके बाद एसोसिएशन की ओर से हड़ताल खत्म कर दी गई थी। एसोसिएशन की मांगों को लेकर सरकार की ओर से कमेटी का गठन किया गया, जो दस दिन में सरकार को एक रिपोर्ट सौंपने वाली थी। लेकिन, अभी तक कोई रिपोर्ट तैयार नहीं की गई।
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