पेपर लीक मामला : पुलिस की गिरफ्त से दूर दोनों सरगना, नेपाल भागने की आशंका, अब बड़े एक्शन में मूड में सरकार
जयपुर। सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। ऐसे में दोनों सरगनाओं के देश छोड़कर नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है कि सरगना सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण गिरफ्तार के डर से नेपाल में जाकर छिप गए है। पेपर लीक मामले में सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण का नाम सामने आने के बाद से ही राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीम लगातार दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। लेकिन, अभी तक दोनों आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा है।
कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है और राजस्थान पुलिस ने तो दोनों सरगनाओं पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। लेकिन, अभी तक दोनों सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े है। ऐसे में आशंका जाहिर की जा रही है कि दोनों सरगना देश छोड़कर नेपाल में जाकर छिप गए है। राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीम लगातार दोनों आरोपियों का सुराग लगाने में जुटी हुई है।
इधर, पेपर लीक मामले में इस बार गहलोत सरकार बड़े एक्शन के मूड में है। सरकार ने सरगनाओं की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए दोनों सरगनाओं और उनके परिजनों की संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में खुलासा हुआ है कि सरगना सुरेश ढाका और भूपेन्द्र के पास करोड़ों की संपत्ति है। दोनों सरगना इतने शातिर है कि उन्होंने अपनी करोड़ों की संपत्ति को परिजनों के नाम करवा रखा है। ऐसे में अब सरकार सरगनाओं के साथ-साथ उनके परिजनों की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी में जुटी हुई है।
दोनों सरगनाओं के पास मिली करोड़ों की संपत्ति
आरोपी सुरेश ढाका लंबे समय से नकल गिरोह चला रहा है और इसी नकल के धंधे में करोड़ों रुपए की संपत्ति बना चुका है। अधिगम कोचिंग सेंटर में 70 प्रतिशत भागीदारी सुरेश ढाका के परिजनों की है। सुरेश ढाका अधिगम कोचिंग सेंटर चलाता था और इसी कोचिंग सेंटर की आड़ में वो पेपर लीक का गिरोह चलाता था। ढाका के पास जयपुर में 200 फीट रोड पर आलीशान मकान भी मिला है। इसी के साथ जयपुर में उसकी अन्य अचल संपत्तियों का पता चला है। वहीं, भूपेंद्र सारण के पास भी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
अब कोई भी भर्ती परीक्षा नहीं दे पाएंगे 46 आरोपी
गहलोत सरकार ने शुक्रवार को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए 46 आरोपितों पर आजीवन भर्ती परीक्षा देने पर रोक लगा दी है। अब वे कोई भी भर्ती परीक्षा नहीं दे पाएंगे। बता दें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के संबंध में 23 दिसम्बर को नकल गिरोह के विरुद्ध दर्ज दो मामलों में कुल 57 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर सभी को न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया है। इन अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए 46 परीक्षार्थियो के संबंध में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर को उनकी सूचना भिजवाते हुए उनको आजीवन भर्ती परीक्षाओं में सम्मिलित होने से डिबार किया जाने का अनुरोध किया गया। जिस पर चयन बोर्ड द्वारा उक्त समस्त 46 परीक्षार्थियो को आजीवन राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा भर्ती परीक्षाओं से वर्जित किया गया है।