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हर रात लेडी टीचर के घर आते थे SDM, गांव वालों ने बाहर से लगा दी कुंडी, फिर हुआ कुछ ऐसा

11:15 AM Aug 16, 2022 IST | Jyoti sharma

Pali : राजस्थान के पाली में एक ऐसा वाकया हुआ जिसके बारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। यहां एक SDM का रोज देर रात एक शिक्षिका के घर आना उनकी नौकरी छीनकर चला गया। साथ ही शिक्षिका को भी सेवा से निलंबित कर दिया गया। इससे पहले शिक्षिका को एपीओ किया गया था।

दरअसल पाली के मारवाड़ जंक्शन के SDM अजय अमरावत, गुड़ा मोकमसिंह में रहने वाली शिक्षिका के घर में अक्सर रात को आते जाते थे। इस बात की चर्चा पूरे इलाके में आए दिन होती थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने मामले से पर्दा उठाने के बारे में सोचा। रविवार रात जब SDM एक बार फिर शिक्षिका के घर पर पहुंचे। गांव वालों ने चुपचाप जाकर बाहर से दरवाजे की कुंडी लगा दी। यही नहीं SDM  कहीं मुंह छुपाकर भाग न जाए इसके लिए लोगों ने SDM की गाड़ी के पहिए की हवा भी निकाल दी। पूरी रात निकलने के बाद शिक्षिका ने सुबह गांव वालों से दरवाजा खोलने को कहा, गांव वालों के मना करने पर शिक्षिका औऱ SDM ने उन्हें धमकाया भी। जब धमकी देने पर गांव वालों ने दरवाजा खोला तो उन्होंने शिक्षिका से पूछा कि अंदर और कौन है तो शिक्षिका ने कहा कोई नहीं है और वहां से चली गई।

घर से मुंह छुपाकर बाहर निकले SDM

लेकिन गांव वाले वहीं जमे रहे औऱ निगरानी करते रहे। वहीं SDM भी खुद को बचाने के लिए पूरे दिन घर  ही छुपे रहे। इसके बाद गांव वालों ने पुलिस थाने में सूचना दी। जिसके बाद जोजावर थाना पुलिस सादी वर्दी में आई और निगरानी, तलाशी करने लगी। जब उन्हें लगा कि सच में घर के अंदर कोई और मौजूद है, तब वह घर के अंदर दाखिल हुई और SDM अजय अमरावत को घर से बाहर लेकर आई। इस दौरान SDM अपने चेहरे को रुमाल से छुपाते हुए नजर आए। पुलिस उन्हें थाने लेकर चली गई। इस बात की खबर जब आला अधिकारियों को लगी। खास बता यह रही कि इस मामले के घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो गया है। जिसके बाद शिभा विभाग के मुख्य ब्लॉक अधिकारी ( समग्र शिक्षा ) शंकर उदावत ने आदेश जारी कर शिक्षिका को एपीओ कर दिया।

लेकिन तब तक SDM अजय अमरावत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इस पर मारवाड़ जंक्शन के पूर्व विधायक ने संज्ञान लिया। पूर्व विधायक केसाराम चौधरी ने इस मामले में जिला प्रशासन SDM को पद से निलंबित करने की अपील की। जिसके बाद कार्मिक विभाग ने SDM अजय अमरावत को राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) को दोषी माना। शासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए SDM को निलंबित कर दिया गया। वहीं शिक्षिका को भी सेवा से निलंबित कर दिया गया।

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