होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

30 करोड़ पाकिस्तानी रुपए खर्च होने का अनुमान, ‘दर्शन रिजॉर्ट’ बनाएगी पाक सरकार

पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के करीब एक ‘दर्शन रिजॉर्ट’ का निर्माण कराएगी ताकि वहां रहने वाले सिख तीर्थयात्री पवित्र स्थल का मनोरम दृश्य देख सकें। पंजाब प्रांत के पर्यटन सचिव राजा जहांगीर अनवर ने कहा कि पांच मंजिला दर्शन रिजॉर्ट का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और इस पर 30 करोड़ पाकिस्तानी रुपए खर्च होने का अनुमान है।
09:21 AM Dec 19, 2023 IST | BHUP SINGH

लाहौर। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की सरकार करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के करीब एक ‘दर्शन रिजॉर्ट’ का निर्माण कराएगी ताकि वहां रहने वाले सिख तीर्थयात्री पवित्र स्थल का मनोरम दृश्य देख सकें। पंजाब प्रांत के पर्यटन सचिव राजा जहांगीर अनवर ने कहा कि पांच मंजिला दर्शन रिजॉर्ट का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और इस पर 30 करोड़ पाकिस्तानी रुपए खर्च होने का अनुमान है। अनवर ने कहा कि इस परियोजना की परिकल्पना दुनियाभर से आने वाले सिखों की सुविधा के लिए की गई है। उन्होंने बताया कि रिजॉर्ट का निर्माण गुरुद्वारा दरबार साहिब से महज 500 मीटर की दूरी पर
किया जाएगा।

यह खबर भी पढ़ें:-अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद को PAK में दिया गया जहर? 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है दाऊद इब्राहिम

2024 में बनकर हो जाएगा पूरा

इस परियोजना की शुरुआत अगले महीने होगी और 2024 के अंत तक रिसॉर्ट के बनकर तैयार होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए पंजाब सरकार वित्तपोषण करेगी। पंजाब के पर्यटन सचिव ने बताया कि दर्शन रिजॉर्ट की सबसे ऊपरी मंजिल पर 10 सुइट (सुविधायुक्त विशेष कक्ष), मिनी थिएटर और जिम होंगे। उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट से करतारपुर साहिब का शानदार दृश्य दिखेगा। पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने पहले ही पंजाब पर्यटन विभाग द्वारा 50 कमरों वाले दर्शन रिजॉर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है।

2019 में किया था उद्घाटन

करतारपुर गलियारा का उद्घाटन 2019 में किया गया था। यह गलियारा भारत को पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है, जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव 16वीं शताब्दी की शुरुआत में रहे थे और उनका यहीं ‘ज्योति ज्योत समाना’ (देहावसान) हुआ था। करीब चार किमी लंबा यह गलियारा भारतीय तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा के लिए वीजा मुक्त सुविधा प्रदान करता है।

यह खबर भी पढ़ें:-Libya: जहाज डूबने से लीबिया के तट पर 86 लोग डूबे, महिलाओं, बच्चों समेत 61 की मौत

Next Article