PAK vs AFG : इब्राहिम जादरान के मैसेज से हिली पड़ोसी मुल्क की हुकुमत, कहा- यह 'पाकिस्तान पर बम गिराने जैसा' है
PAK vs AFG World Cup 2023 : पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले में अफगानिस्तान को जीत मिली है। यह बात पाकिस्तान क्रिकेट टीम, उनके फैंस और राजनेताओं से हजम भी नहीं हुई थी। इसी बीच पाकिस्तान के खिलाफ मैच विनर खिलाड़ी इब्राहिम जादरान ने एक ऐसा मैसेज शेयर किया है, जिससे पड़ोसी मुल्क में बवाल मच गया है।
यह खबर भी पढ़ें:- World Cup 2023: अफगानिस्तान का एक और उलटफेर, पाकिस्तान को 8 विकेट से हराया, खिलाड़ियों ने मैदान कर किया जमकर डांस
बता दें कि इब्राहिम जादरान ने सोमवार रात को पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान टीम को बड़ी जीत दिलाई, उन्होंने नाबाद 87 रनों की शानदार पारी खेली है। उन्होंने विश्व कप 2023 के सबसे बड़े उलटफेरों में से एक की कहानी लिखी। लेकिन, पाकिस्तान पर उनका दिया एक बयान काफी वायरल हो रहा है।मैन ऑफ द मैच इब्राहिम जादरान ने कहा, ये ट्रॉफी उन लोगों को समर्पित, जिन्हें पाकिस्तान से वापस अफगानिस्तान भेजा गया।
Brave of Afghan player Ibrahim Zadran to dedicate his Man of the Match award to Afghan refugees in Pakistan who are being forced to leave without any humanity.
Global embarrassment for Pakistan at Cricket World Cup in India. Not just defeat but resilience of Afghans. #PAKvsAFG pic.twitter.com/HrNAMHKxW6
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) October 23, 2023
जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा किया था तब कई अफगानी देश छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे। जो अफगानी अपनी जान बचाकर पाकिस्तान में शरण लेने पहुंचे थे, उन्हें अब वहां की सरकार वापस भेज रही है। सोशल मीडिया पर लोग इब्राहिम जादरान के इस बयान को 'पाकिस्तान पर बम गिराने' जैसा बता रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने अफगानिस्तान क्रिकेटर को बुरी तरह ट्रोल किया।
बता दें कि पाकिस्तान ने कुछ दिनों पहले ही 3 हजार से ज्यादा अफगानिस्तानी शरणार्थियों को देश से बाहर निकाल दिया था। अभी तक कुल 50 हजार से ज्यादा अफगान नागरिकों को पाकिस्तान वापस भेज चुका है। पाकिस्तान के इस फैसले ने परिवारों की 17 लाख से अधिक आबादी, युवा लड़कियों और बच्चों का जीवन खतरे में डाल दिया है क्योंकि वे उस देश में वापस जाने के लिए मजबूर हैं, जहां से वे भागे थे। पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटेगी और 1 नवंबर के बाद सभी अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी और उन्हें अफगान तालिबान शासन को सौंप देगी।