गणपति प्लाजा के लॉकर से निकला खजाना, अब तक 5 लॉकर्स खोले...नोट गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ीं
जयपुर। राजधानी जयपुर के गणपति प्लाजा के निजी वॉल्ट के लॉकर्स में छिपे धन व संपत्तियों को खंगालना अब आयकर अधिकारियों ने शुरू कर दिया है। शुक्रवार से यहां हो रही आयकर सर्वे कार्रवाई में मंगलवार तक पांच लॉकर्स खोले जा चुके हैं। इनमें मिली एक करोड़ 60 लाख की नकदी को विभागीय अधिकारी जब्त किया है। खोले गए लॉकर्स में से दो किलो 400 ग्राम सोना भी बरामद हुआ है, जिसमें से अधिकारियों ने 400 ग्राम सोना जब्त किया और जिस लॉकर मालिक के यहां दो किलो सोना मिला, उसे सोने की खरीद के संबंध में दस्तावेज पेश करने के आदेश दिए। विभागीय अधिकारी को नोट गिनने के लिए कई मशीनें मंगवानी पड़ी।
उधर, आयकर विभाग की ओर से रावत मिष्ठान भंडार के 6 ठिकानों पर सोमवार को शुरू हुई आयकर सर्वे कार्रवाई में से दो ठिकानों की कार्रवाई को मंगलवार को आयकर छापे में बदल दिया, जबकि वीकेआई के भगवती ट्रेडर्स के यहां हो रही सर्वे की कार्रवाई जारी रही। सभी ठिकानों पर कार्रवाई मंगलवार देर रात तक जारी रही। इसमें और भी नए खुलासे होने की उम्मीद की जा रही है।
कांग्रेस पार्षद के लॉकर में मिले 80 लाख…
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को जब्त की गई एक करोड़ 60 लाख की नकदी में से 80 लाख की नकदी चूरू जिले की तारानगर तहसील के वार्ड संख्या 5 से कांग्रेस के पार्षद इरदीस सैय्यद की बताई जा रही है, जबकि 30 लाख रुपए रावत मिष्ठान भंडार से संबंधित है। इसके अलावा आयकर अधिकारियों ने जयपुर के एक गुप्त रोग चिकित्सक डॉ. सैय्यद दानिश अली के लॉकर में 50 लाख रुपए मिले, जिन्हेंभी जब्त किया गया है।
विभागीय अधिकारियों को सभी लॉकर्स में मिली नकदी 500 रुपए के मूल्य वर्ग में मिली है। विभाग की ओर से खोले गए लॉकर्स में से रावत मिष्ठान भंडार के लॉकर में 400 ग्राम सोना भी मिला, जिसे जब्त किया गया है, जबकि दसाद परिवार के नाम से लिए एक लॉकर में दो किलो सोना मिला है, जिसे लेकर अधिकारियों ने लॉकर मालिक को फिलहाल सोना खरीद के दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इस परिवार का यहां एक और लॉकर भी बताया जा रहा है।
काली कमाई का खुलासा जल्द…
उधर, सोमवार को जयपुर और जोधपुर में 8 ठिकानों पर शुरू हुई आयकर सर्वे की कार्रवाई में से रावत मिष्ठान भंडार के 6 में से जयपुर में दो ठिकानों की कार्रवाई को आयकर छापे में बदल दिया गया। बताया जाता है कि यहां अधिकारियों को काफी चौंकाने वाली जानकारियां मिली है। कार्रवाई जारी होने के कारण फिलहाल अधिकारी इस बारे में कु छ नहीं बता रहे। उम्मीद है कि रावत मिष्ठान भंडार के संचालकों के यहां काफी काली कमाई उजागर होगी, जबकि सोमवार को लॉकर खोलने से इनकार करने वाले विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र स्थित मैसर्सभगवती ट्रेडर्स के संचालक कार्तिक कूलवाल के यहां शुरू की गई आयकर सर्वे की कार्रवाई मंगलवार को भी जारी रही।
बताया जाता है कि इस सर्वे में भी अधिकारियों को बड़े पैमाने पर अनियमितताओ का पता लगा है, जिसका भी जल्द ही खुलासा होगा। कूलवाल आयातित इलेक्ट्रॉनिक सामान और एफएमसीजी का कारोबारी है। इसी तरह गणपति प्लाजा स्थित रोयरा सेफ्टी वॉल्ट के लॉकर्स पर शुक्रवार से शुरू हुई आयकर सर्वे की कार्रवाई मंगलवार को पांचवें दिन भी जारी रही।
सांसद किरोड़ी मीणा के आरोपों के बाद लॉकरों की जांच जारी...
बता दें कि 13 अक्टूबर को राज्यसभा सांसद डॉ. मीणा ने दावा किया था कि गणपति प्लाजा स्थित 100 लॉकर्स में 50 किलो गोल्ड और करीब 500 करोड़ का काला धन है। यह पैसा कई घोटालों से जुड़ा हुआ है। इसके बाद इनकम टैक्स के साथ ही ईडी अधिकारी भी गणपति प्लाजा पहुंचे। ईडी और इनकम टैक्स के अधिकारियों ने लॉकरों के दस्तावेज की जांच की। जिन-जिन लोगों के लॉकर हैं, उनकी डिटेल निकाली गई। लॉकर मालिकों को बुलाकर लॉकर की जांच की जा रही है।
एमआई रोड स्थित गणपति प्लाजा के अंडरग्राउंड में बने लॉकर्स रूम में कुल 1100 लॉकर हैं। इनमें से 540 लॉकर एक्टिव ही नहीं हैं। कुछ लॉकर्स ऐसे भी मिले, जिनके मालिक का नाम और पता मिल नहीं रहा है। मतलब-जिस नाम से लॉकर खोला गया, वह नाम अब अस्तित्व में नहीं हैं।