अब धरोहरों की टिकट व्यवस्था निजी हाथों में, रुकेगा नई भर्तियों का रास्ता
(निरंजन चौधरी) : जयपुर। केंद्र सरकार के निजीकरण का विरोध करने वाली प्रदेश सरकार पुरातत्व विभाग के काम धीरे-धीरे निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। इसकी शुरुआत जयपुर की ऐतिहासिक धरोहरों से हो रही है। दरअसल, डिवीजन ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (डीओआईटी) ने पुरातत्व विभाग के अधीन आने वाले जयपुर की पर्यटन स्थल बनी सभी धराेहरों पर टिकट व्यवस्था संभालने के लिए तीन फर्मों को ठेका दिया है। ये फर्में 2.5 प्रतिशत कमीशन लेंगी। वहीं, टिकट व्यवस्था पर निगरानी एक सरकारी कर्मचारी करेगा। हालांकि, फर्म की ओर से व्यवस्था संभालने के बाद स्मारकों पर डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू हो जाएगी। दूसरी तरफ, इन फर्मों को अनुमानत: प्रतिमाह करीब 20 लाख कमीशन मिलेगा। गौरतलब है कि अल्बर्ट हॉल और हवामहल समेत कई स्मारकों पर फर्म ने टिकट काउंटर पर अपना कंप्यूटर भी लगा दिए गए हैं, जिन पर जल्द ही ट्रायल शुरू होगा।
नई भर्तियों का रास्ता रुकेगा
पुरातत्व विभाग में लागू की जा रही इस व्यवस्था के बाद टिकट काउंटर पर काम करने वाले कर्मचारियों को स्मारकों पर अन्य व्यवस्था संभालेंगे। अफवाह तो यह भी है कि सरकार नई भर्तियां निकालने की बजाय ठे के पर काम करवाना चाहती है। जाहिर है, इस नई व्यवस्था के कारण कई पद ही खत्म हो जाएंगे यानी नई भर्तियां नहीं करनी पड़ेंगी।
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राजस्व में होगा लाखों का नुकसान
राजधानी स्थित आमेर महल से पुरातत्व विभाग को बीते फरवरी और मार्च माह में करीब साढ़े चार करोड़ की कमाई हुई थी। इसके अलावा अल्बर्ट हॉल पर एक करोड़ और हवा महल में डेढ़ करोड़ की कमाई हुई थी। के वल इन तीन पर्यटन स्थलों से पिछले दो महीने में 7 करोड़ से अधिक की कमाई हुई थी, जबकि यहां पुरातत्व विभाग के अधीन आने वाले कई पर्यटन स्थल हैं। ऐसे में अगर यहां फर्म को 2.5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है तो सरकार का राजस्व घटेगा। हालांकि, कर्मचािरयों की भर्ती नहीं होने से राजस्व बचेगा भी।
ट्रायल जल्द होगा शुरू
पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर महेंद्र खड़गावत ने बताया कि अल्बर्ट हॉल पर टेंडर वाली फर्म की ओर से जल्द ही ट्रायल शुरू किया जाएगा। यहां पिछले दिनों फर्म की तरफ से एक कं प्यूटर भी लगा दिया गया है। यहां तीनों फर्मों की ओर से तीन टिकट काउंटर बनाए जाएंगे। यहां उल्लेखनीय है कि अल्बर्ट हॉल से पर्यटक किसी भी स्मारक के लिए टिकट कटवा सकता है। लॉटरी की गई है अलॉट डीओआईटी की तरफ से लॉटरी अलॉट की गई है। हमारी तरफ से स्मारकों पर टिकट काउंटर के लिए जगह प्रोवाइड करवाई गई है, फर्म के सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन टिकट कटेगा। इसका ट्रायल जल्द ही किया जाएगा। हम तैयार हैं, जितना जल्दी सरकार चाहेगी उद्घाटन हो जाएगा।
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