आखिरकार पकड़ में आया कुख्यात डकैत केशव गुर्जर, मुठभेड़ में केशव के पैर में लगी गोली
आतंक का पर्याय बने डकैत केशव गुर्जर आखिरकार पुलिस की पकड़ में आ ही गया। सालों से केशव का अड्डा बने धौलपुर के सोने के गुर्जा थाना इलाके के धोन्द के डांग में पुलिस से केशव की मुठभेड़ हुई। जिसमें केशव को पैर में गोली मारकर पकड़ लिया गया। एसपी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में देर रात से पुलिस इलाके में कॉम्बिंग कर रही थी।
अस्पताल में पुलिस ने कराया भर्ती
पैर में गोली लगने के बाद केशव गुर्जर को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। डकैत केशव गुर्जर को पकड़ने की यह घटना पुलिस की बड़ी उपलब्धियों में शामिल हो गई है। क्योंकि केशव गुर्जर सिर्फ राजस्थान में ही नहीं य़ूपी और एमपी में भी मोस्ट वांटेड था। केशव पर तीनों राज्यों की पुलिस ने 1 लाख 15 हजार रुपए का इनाम भी रखा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक केशव गुर्जर के बीते रविवार को चंबल के बीहड़ों में होने की सूचना मिली। जिसके बाद एसपी धर्मेंद्र सिंह के साथ कोबरा की टीम सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के सोहन बाबा के मंदिर के पास पहुंच गई। सुबह 5:00 बजे से लगातार की जा रही सर्चिंग के बाद पुलिस को डकैत केशव गुर्जर देखा गया। पुलिस को देखकर डकैत केशव गुर्जर ने फायरिंग कर दी। जिसके जवाब में पुलिस की फायरिंग में केशव गुर्जर के पैर में गोली लग गई। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि डकैत के पैर में गोली लगने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोली लगने की खबर मिलते ही अस्पताल बना पुलिस छावनी
गोली लगने से घायल हुए डकैत केशव गुर्जर की खबर मिलते ही सीओ सिटी का नाम सुरेश सांखला के साथ निहाल गंज प्रभारी विजय मीणा और भारी संख्या में पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंच गया। जहां गोली लगने से घायल हुए डकैत केशव गुर्जर का पीएमओ समर वीर सिंह के नेतृत्व में डॉक्टर की टीम इलाज कर रही है।
साल 2022 में भी कई बार हुई मुठभेड़
1- 16 नवंबर 2022 को किरार की ओलेट जंगल में केशव की पुलिस से मुठभेड़ हुई थी। लेकिन तब भी वह भागने में कामयाब रहा।
2- 4 नवंबर 2022 को भी सोने का गुर्जा इलाके में ही पुलिस से केशव की मुठभेड़ हो गई थी, लेकिन तब भी केशव पुलिस को चकमा देकर भाग गया था।
3- 20 मार्च 2022 को भी धौलपुर थाना पुलिस और डीएसटी की टीम से केशव सिंह गुर्जर के गैंग की मुठभेड़ हो गई थी। इस एनकाउंटर में दोनों तरफ से करीब 100 से 150 राउंड फायर किए गए थे। उस समय भी पुलिस को इनामी डकैत गुर्जर के साथ उसके भाई शीशराम गुर्जर और एमपी के डकैत के राजस्थान के धौलपुर में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने चंबल के बीहड़ों में डकैतों की घेराबंदी की।लेकिन वे तब भी फरार होने में कामयाब रहे।
3 राज्यों की पुलिस लगी थी पीछे
बता दें कि केशव सिंह गुर्जर राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत तीन राज्यों से लगभग 1 लाख 15 हजार रुपए का इनामी है। इन तीनों राज्यों की पुलिस गुर्जर,उसके भाई शीशराम गुर्जर और एमपी के डकैत के पीछ लगी हुई थी। पुलिस से हुई हर मुठभेड़ में ये दोनों भी केशव के साथ होते थे।
राजस्थान के टॉप डकैतों में चौथे नंबर पर हैं केशव
केशव सिहं गुर्जर राजस्थान के कुख्यात डकैतों की टॉप टेन सूची में चौथे नंबर पर है। जबकि उसका भाई शीशराम राजस्थान के 25 टॉपर डकैत की लिस्ट में शामिल है। केशव सिंह गुर्जर चंबल के बीहड़ में काफी खतरनाक वारदातों को अंजाम दे चुका है। जिसके बाद 3 राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में उस पर 1 लाख 15 हजार रुपए का इनाम रखा है। लेकिन पुलिस की लाख कोशिशों के बाद केशव गुर्जर और उसकी गैंग के साथी पकड़ में नहीं आ सके थे। इससे पहले साल 2020 में भी केशव गुर्जर को पकड़ने के लिए लगभग 1 महीने तक पुलिस बीहड़ों में केशव गुर्जर को तलाशते रहे लेकिन वह हाथ नहीं लग सका।