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लापरवाही…नहीं हो पाई PM किसान सम्मान निधि में E-KYC, खमियाजा भुगतेंगे जयपुर के 2 लाख किसान

प्रशासन की लापरवाही प्रदेश के लाखों किसानों को भुगतनी होगी।
08:43 AM Jan 28, 2023 IST | Anil Prajapat
लापरवाही…नहीं हो पाई pm किसान सम्मान निधि में e kyc  खमियाजा भुगतेंगे जयपुर के 2 लाख किसान

जयपुर। प्रशासन की लापरवाही प्रदेश के लाखों किसानों को भुगतनी होगी। प्रशासन की जागरूकता की कमी के चलते जयपुर जिले के करीब दो लाख ( करीब 42 प्रतिशत) किसानों की प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना की ई-केवाईसी नहीं हो पाई है। इसके चलते वे सम्मान निधि से वंचित रह जाएंगे। गौरतलब है कि समय परई-केवाईसी नहीं होने के कारण किसानों को 13 वीं किस्त नहीं मिल पाएगी। बात करें जयपुर की तो यहां करीब दो लाख किसान जिला प्रशासन की लेट लतीफी का खमियाजा भुगतेंगे।

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जयपुर के सभी 18 उपखण्ड क्षेत्रों में 4 लाख 20 हजार 19 पंजीकृत किसान हैं, जिनमें से एक लाख 76 हजार 238 किसानों की ई-केवाईसी नहीं हुई है। गौरतलब है कि योजना में ई-केवाईसी की आखिरी तारीख 31 जनवरी है। इसको लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने राजस्व विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर किसानों को ई-केवाईसी से सम्बंधित जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने का आदेश दिए।

सांगानेर में आधे से अधिक की नहीं हुई ई-के वाईसी

सांगानेर तहसील में 18 हजार 363 किसान हैं, जिनमें से केवल 37 प्रतिशत का ई-के वाईसी का काम पूरा हुआ है। यहां 11 हजार 361 किसान सम्मान निधि से वंचित होंगे। दूसरी तरफ आमेर में भी 30 हजार छह सौ 85 किसान हैं, जिनमें से केवल 57 प्रतिशत किसानों की ई-के वाईसी हुई है एवं 12811 किसानों की ई के वाईसी नहीं हुई है।

पटवारी को आदेश दे दिए: काबरा

सांगानेर एसडीएम एकता काबरा ने बताया कि तहसीलदार को आदेश दिए गए हैं। तहसीलदार द्वारा पटवारी को आदेशित किया गया है। जल्द ही किसानों की ई के वाईसी करवाई जाएगी।

किसानों को सूचित कर दिया: बीरबल

अतिरिक्त जिला कलेक्टर (उत्तर) बीरबल सिंह ने बताया कि किसानों को बार-बार सूचित किया जा रहा है। किसानों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है। किसान 31 जनवरी तक स्वयं भी ऑनलाइन तरीके से ई के वाईसी कर सकते हैं।

इतने प्रतिशत किसान वंचित

जयपुर जिले के सभी उपखंडों में 20 प्रतिशत से अधिक किसानों की ई-के वाईसी पेंडिंग हैं, जिनमें सांगानेर 61, दूदू 53, जयपुर 50, विराटनगर 48, जमवा रामगढ़ 47, मौजमाबाद 43, फु लेरा (सांभर)- आमेर- बस्सी में 41, चौमूं 40, फागी और शाहपुरा 39, चाकसू 38, कोटखावदा 33, किशनगढ़ (रेनवाल) 30, कोटपूतली 29, पावटा 24 प्रतिशत पेंडिंग हैं।

क्या है पीएम किसान निधि

इस योजना के तहत किसान परिवार को प्रतिवर्ष केंद्र सरकार की तरफ से छह हजार रुपए का वित्तीय लाभ दिया जाता है। योजना के लाभार्थियों को प्रति चार महीने में दो हजार रुपए की किश्त तीन बार भेजी जाती है।

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