जिसे एक्सीडेंट समझा, वो दोहरा हत्याकांड निकला... 3 भाईयों ने मिलकर की थी बहन और उसके दोस्त की हत्या
बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में पिछले दिनों दंपति की हत्या के मामले कई नए खुलासे हो गए हैं। पुलिस ने इस मामले को पहले एक्सीडेंट का माना गया और अब दो हत्याओं का राज खुला है। पहला खुलासा ये हुआ है कि दोनों पति-पत्नी नहीं थे, बल्कि वो लीव इन रिलेशनशिप में रहते थे। इसी रिलेशनशिप से नाराज होकर महिला के तीनों भाईयों ने मिलकर बहन और उसके दोस्त की हत्या कर दी थी। बता दें कि पुलिस ने पहले तो दुर्घटना को हत्या साबित करते हुए एक आरोपी की गिरफ्तारी की। इसके बाद में इसी हत्याकांड में लिप्त दो और जनों का पता लगाया। पुलिस अब तक कुल तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
दोनों की हत्या में हुआ नया खुलासा
पहले ये बात सामने आई थी कि हेतराम और लाली दोनों पति-पत्नी है। दोनों के बीच शराब को लेकर विवाद हुआ तो हेतराम ने लाली की हत्या कर दी। इसके बाद गुस्से में आकर मनोज ने हेतराम को मार दिया। लेकिन, जब जांच में सामने आया तो पता चला कि लाली और हेतराम पति-पत्नी नहीं थे, दोनों लीव इन रिलेशनशिप में थे। दोनों के इस संबंध को लेकर लाली के भाई मनोज को ताने मारे जाते थे। इसी से नाराज होकर मनोज ने लाली के चचेरे भाई मूलाराम नायक निवासी लाखनसर और केसुराम नायक निवासी कानासर को साजिश में शामिल करके दोनों की हत्या कर दी।
ऐसी रची दोनों की हत्या की साजिश
19 फरवरी को मनोज की रिश्तेदारी में शादी थी। इसी दौरान शादी में किसी ने मनोज की बहन लाली के चाल चलन को लेकर ताना मारा। उसी दिन से मनोज और मूलाराम ने दोनों की हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी। हत्या के इस प्लान में केशुराम को शामिल किया गया। इसके बाद तय किया कि 8 मार्च को शिवरात्रि के दिन लाली और हेतराम को आडसर गांव में शिव धोरे में बुलाया जाए। प्लानिंग के तहत मनोज ने देराजसर से हेतराम और लाली को बुलाया और इन्हें श्रीडूंगरगढ़ से अपने साथ ही चलने को कहा। यहां मनोज ने हेतराम को खूब शराब पिलाई। इस दौरान लाली व हेतराम में शराब को लेकर झगड़ा हुआ।
पहले से तैयार थे दो भाई
इसके बाद मूलाराम और केशुराम प्लानिंग के तहत मौके पर पहुंचे। वहां मूलाराम, केशुराम और मनोज ने मिलकर दोनों की हत्या कर दी। हत्या के बाद इन्होंने मर्डर को दुर्घटना दिखाने के लिए बाइक को तोड़ा और लाली के शव को 80 मीटर दूर झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद तीनों वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने पहले एक्सीडेंट माना, फिर हत्या
आठ मार्च को श्रीडूंगरगढ़ के लिखमादेसर के पास एक युवक हेतराम नायक का शव सड़क पर मिला था। इसके पास ही एक मोटर साइकिल भी खड़ी थी। माना गया कि किसी अज्ञात वाहन ने हेतराम का एक्सीडेंट कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने भी मर्ग दर्ज कर ली। चार दिन बाद 12 मार्च को इसी घटना स्थल से करीब 30 फीट दूर एक महिला का शव मिला।
थानाधिकारी ने आरोपियों को ऐसे पकड़ा
थानाधिकारी इंद्रकुमार ने बहुत ही तरीके से इस दुर्घटना को मर्डर साबित कर दिया। पुलिस को पहले तो तीन मुद्दों पर ये मर्डर प्रतीत हुआ। पहला मोटर साइकिल का स्टेंड लगा हुआ था। दूसरा हेलमेट इस तरह टूटा हुआ था जैसे किसी चीज से तोड़ा गया है। लेकिन, पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज तीनों आरोपी नजर आए। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया।