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UPI फ्रॉड का नया तरीका! राजस्थान पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, 'गलती से ट्रांसफर' वाले झांसे से ऐसे बचें

06:57 PM Jun 11, 2025 IST | Digital Desk
upi फ्रॉड का नया तरीका  राजस्थान पुलिस ने जारी की एडवाइजरी   गलती से ट्रांसफर  वाले झांसे से ऐसे बचें

जयपुर: राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने आमजन को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से जुड़ी एक नई और शातिर साइबर ठगी के तरीके को लेकर सतर्क किया है। शाखा द्वारा जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि ठग अब लोगों को फंसाने के लिए एक नया पैंतरा अपना रहे हैं, जिससे लोग आसानी से अपनी मेहनत की कमाई गंवा सकते हैं।

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कैसे काम करता है यह नया ठगी का तरीका?

साइबर क्राइम शाखा के अनुसार, इस नए तरीके में ठग सबसे पहले लोगों के मोबाइल पर एक फर्जी मैसेज भेजते हैं। इस मैसेज में दावा किया जाता है कि उनके बैंक खाते में 'गलती से' कुछ रुपये क्रेडिट (जमा) कर दिए गए हैं। यह मैसेज अक्सर किसी अनजान नंबर से आता है।

मैसेज भेजने के कुछ ही देर बाद, ठग पीड़ित व्यक्ति को कॉल करते हैं। कॉल पर वे खुद को पैसे भेजने वाला बताते हैं और कहते हैं कि उन्होंने गलती से आपके खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं। इसके बाद वे पीड़ित से उस राशि को वापस भेजने का अनुरोध करते हैं। कई मामलों में, पीड़ित व्यक्ति बिना अपना बैंक स्टेटमेंट या UPI ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक किए, सीधे ठग के कहने पर पैसे वापस लौटा देता है, और इस तरह वह साइबर ठगी का शिकार हो जाता है।

अनजान क्रेडिट मैसेज से सावधान!

एडवाइजरी में विशेष रूप से आगाह किया गया है कि अगर किसी अनजान मोबाइल नंबर या UPI आईडी से 'क्रेडिट' होने का मैसेज आए तो तुरंत सतर्क हो जाएं। सिर्फ मैसेज देखकर किसी भी हालत में पैसे ट्रांसफर न करें। सबसे पहले अपने बैंक खाते का बैलेंस या UPI स्टेटमेंट (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm ऐप में) जरूर चेक करें कि क्या वास्तव में कोई राशि क्रेडिट हुई है या यह केवल एक फर्जी मैसेज है। कई बार ठग एक नहीं बल्कि दो या तीन बार भी अलग-अलग बहाने बनाकर ट्रांजैक्शन करवा लेते हैं।

ठगी होने पर क्या करें?

राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने जनता से अपील की है कि ऐसे फर्जी मैसेज और कॉल से हमेशा सतर्क रहें और कोई भी ऑनलाइन लेन-देन या पैसे का आदान-प्रदान सोच-समझकर करें।

यदि आप या आपका कोई परिचित इस प्रकार की ठगी का शिकार हो जाता है, तो बिना देर किए तुरंत कार्रवाई करें:

  • तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
  • या फिर, भारत सरकार की आधिकारिक साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करें।

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