Nepal Plane Crash: हादसे में अब तक 68 लोगों की मौत, चार की तलाश जारी
Nepal Plane Crash: काठमांडू। नेपाल में रविवार यानी 15 जनवरी को बड़ा हादसा हुआ। दरअसल यहां रविवार को एटीआर- 72 प्लेन क्रैश हो गया। हादसे के वक्त फ्लाइट में चालक दल सहित कुल 72 लोग सवार थे। इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 68 लोगों की मौत हो गई है। वहीं चार लोग अभी लापता है। जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है।
लैंडिंग के वक्त हुआ हादसा
बता दें कि हिमालयी राष्ट्र में पिछले 30 से अधिक वर्षों में हुआ यह सबसे घातक विमान हादसा है। नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) के मुताबिक यति एयरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 प्लेन ने रविवार सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ किया था। जिसके बाद पोखरा एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त फ्लाइट पुराने एयरपोर्ट और नए एयरपोर्ट के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
Nepal Plane Crash: हादसे में पांच भारतीयों की मौत
वहीं इस हादसे में पांच भारतीयों अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27) सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल की दर्दनाक मौत हो गई। ये सभी उत्तर प्रदेश के निवासी थे।
लैंडिंग से पहले फ्लाइट कैप्टन ने मांगी थी परमिशन
जानकारी के मुताबिक फ्लाइट के पायलट कैप्टन कमल केसी ने करीब 110 किलोमीटर की दूरी से पोखरा नियंत्रण टावर से पहली बार संपर्क किया था। वहीं पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता अनूप जोशी ने इस कहा कि हादसे के वक्त मौसम साफ था। हमने रनवे30 पर उन्हें उतरने को कहा…सब कुछ सही था। उन्होंने कहा कि कोई परेशानी सामने नहीं आई थी। वहीं जोशी ने यह भी बताया कि फ्लाइट के कैप्टन ने बाद में रनवे12 पर उतरने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अनुमति दे दी गई और फिर विमान उतरने लगा। जिस दौरान यह हादसा हो गया।
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शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया अस्पताल
कास्की के जिला प्रशासन कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए गंडकी अस्पताल भेजा गया है। वहीं सरकार के प्रवक्ता एवं वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल ने रविवार को बताया कि सरकार ने हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। पूर्व विमानन सचिव नागेंद्र घिमिरे की अध्यक्षता वाली जांच समिति को दुर्घटना की जांच करने और 45 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है।