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Nepal Earthquake : 1934 में आया था शक्तिशाली भूकंप,16000 की गई थी जान, जानें-कब-कब मची तबाही

नेपाल के पिछले 100 साल के इतिहास की बात करे तो साल 1934 के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई थी।
11:01 AM Nov 04, 2023 IST | Anil Prajapat
Nepal Earthquake

Nepal Earthquake : काठमांडू। नेपाल में शुक्रवार रात जजरकोट के पश्चिमी क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप के चलते अब तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे है। राहत और बचाव में लगी एजेंसियों की मानें तो भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इससे सैकड़ों घर ढह गए। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

जजरकोट 190,000 की आबादी वाला नेपाल का एक पहाड़ी जिला है, जहां सुदूर पहाड़ियों में बिखरे हुए गांव बसे हुए हैं। जहां पर शुक्रवार रात 6.4 तीव्रता के कई भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जाजरकोट में था, जो राजधानी काठमांडू से 250 मील उत्तर-पूर्व में है।

नेपाल का इतिहास भूकंप की बर्बादी से भरा हुआ है। नेपाल में वैसे तो अक्सर भूकंप आते रहते है। लेकिन, कई सालों में एक बार इतना जबर्दस्त भूकंप आता है कि सैकड़ों मकान जमींदोज हो जाते है और सैकड़ों से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। नेपाल के पिछले 100 साल के इतिहास की बात करे तो साल 1934 के भूकंप ने नेपाल में जमकर तबाही मचाई थी।

जानें-कब-कब नेपाल में भूंकप ने मचाई तबाही

15 जनवरी, 1934 : यह भूकंप नेपाल के इतिहास में सबसे भयानक भूकंपों में से एक था। इसे बिहार-नेपाल भूकंप के तौर पर जाना जाता है। भूकंप के झटकों की वजह से भारत और नेपाल में 16000 लोगों की मौत हुई। भूकंप का केंद्र पूर्वी नेपाल में माउंट एवरेस्ट से छह मील दूर था और रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8.0 मापी गई थी।

29 जुलाई, 1980 : नेपाल दूसरी बार 1980 में शक्तिशाली भूकंप आया था। जिसमें 200 लोगों की मौत हो गई थी और 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस भूकंप को नेपाल-भारत सीमा भूकंप के नाम से जाना जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.5 मापी गई थी।

20 अगस्त, 1988 : इसके 8 साल बाद फिर 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, हजारों लोग घायल हो गए थे। यहां 10 सेकंड और 15 सेकंड तक दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

25 अप्रैल, 2015 : इसके बाद नेपाल में 8.1 की तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें करीब 9 हजार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, राजधानी काठमांडू से लेकर देश के प्रमुख शहरों में कई इमारतें जमींदोज हो गईं थी। इस भूकंप की वजह से नेपाल की अर्थव्यवस्था को 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।

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