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अब छोड़ दीजिए शाही शादी के सपने! सिर्फ 50 लोग ही बारात में हो पाएंगे शामिल, परोसे जाएंगे 10 तरह के पकवान

अब छोड़ दीजिए शाही शादी के सपने! सिर्फ 50 लोग ही बारात में हो पाएंगे शामिल, परोसे जाएंगे 10 तरह के पकवान
04:42 PM Aug 05, 2023 IST | Sanjay Raiswal

चंडीगढ़। पंजाब के खडूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया है। यह बिल शादियों में फिजुल खर्चे पर लगाम लगाएगा। इस बिल में बारात में सिर्फ 50 लोगों को ही बुलाने जैसे नियमों को लागू करने की बात कही गई है।

शुक्रवार (4 अगस्त) को सदन में पेश किए गए इस बिल को विशेष अवसरों पर व्यर्थ व्यय की रोकथाम विधेयक (Prevention of Wasteful Expenditure on Special Occasions Bill) नाम दिया गया है। इस बिल के मुताबिक कहा गया है कि शादियों के दौरान बारात में सिर्फ 50 लोगों को ही बुलाया जाना चाहिए, 10 से ज्यादा पकवान नहीं होने चाहिए और शादियों में 2500 से ज्यादा का शगुन नहीं दिया जाना चाहिए।

क्यों लाया गया ये बिल ?

बता दें कि संसद में पेश किया गया यह बिल विशेष अवसरों जैसे कि शादी के दौरान होने वाले अनाप-शनाप खर्चों में कमी लाने के लिए लाया गया है। इस बिल में कई प्रावधान हैं। एक प्रावधान के मुताबिक शादी में गिफ्ट लेने की बजाए गरीबों, जरूरतमंदों, अनाथों या समाज के कमजोर वर्गों को इसकी राशि दान में दी जानी चाहिए। कांग्रेस सांसद ने यह बिल जनवरी 2020 में पेश किया था।

बिल लाने की जरूरत क्यों पड़ी?

शुक्रवार (4 अगस्त) को सदन में पेश किए गए इस बिल को लाने की क्या जरूरत पड़ी इसके बारे में खुद सांसद ने बताया। उन्होंने कहा कि शादियों पर होने वाले खर्चे पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि उनका मकसद फिजूलखर्ची वाली शादियों की संस्कृति को खत्म करना है, क्योंकि यह लड़की के परिवार पर बहुत बोझ डालती है। उन्होंने कहा, मुझे ऐसी कई घटनाओं के बारे में पता चला जिसमें लोगों को अपने बेटियों की शादी के लिए अपनी जमीनें और घर तक बेचने पड़े हैं या फिर बैंक से लोन लेना पड़ा है।

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