अलवर के सिरयानी के जंगलों में राष्ट्रीय पक्षी की जिंदगी संकट में, अब तक 10 मोरों की मौत
अलवर। जिले के शाहजहांपुर क्षेत्र के सिरयानी गांव के जंगलों में इन दिनों राष्ट्रीय पक्षी मोर की जिंदगी संकट में है। सिरयानी गांव में अब तक 10 मोरों की मौत हो गई है। वहीं गुरुवार सुबह सिरयानी बाबा कुंदनदास मंदिर परिसर में दो मोर बीमार होने के चलते मृत अवस्था में पड़े हुए मिले। ग्रामीणों द्वारा मोरों की जिंदगी बचाने के लिए तमाम जतन करने के बाद भी अब तक 10 मोर दम तोड़ चुके हैं, जबकि 2 अब भी गंभीर बीमार हैं।
बीते दिन भी एक मोर की अज्ञात बीमारी से मौत हो गई थी। इसके अलावा कई बार मोर बीमार हो चुके है। सिरयानी सरपंच उमा शंकर ने बताया की राष्ट्रीय पक्षी की अज्ञात बीमारी को लेकर ग्रामीण बहुत परेशान हैं, लेकिन वन विभाग इस मामले को लेकर अभी भी गंभीर नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार, सिरयानी गाव के जंगल के चारों और सैकड़ों की संख्या में मोर रहते हैं। जिनके खाने, पीने के लिए गांव के बाबा कुंदनदास मंदिर सहित पहाड़ी क्षेत्र व्यवस्था की गई है।
करीब चार-पांच दिन पहले यहां अचानक मंदिर परिसर में तीन से चार मोर पेड़ पर बैठे बैठे चक्कर खाकर नीचे जमीन में गिर गए। बीमार मोरों की ग्रामीणों ने काफी देखभाल की और उनका इलाज तक कराया। अब जो मोर बीमार है वह न तो ठीक से सांस ले पा रहे है, न चल पाते और न ही उड़ पा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बीमार हुए मोर की सूचना वन विभाग को दी थी। बीमारी से कई मोरों की मौत हो गई। ग्रामीणों द्वारा मोरों की जिंदगी बचाने के लिए तमाम प्रयास के बाद भी अब तक दो मोर मर चुके हैं, जबकि 2 अब भी गंभीर बीमार है। ग्रामीणों ने बताया कि मोरों के अंदर बीमार होने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। वहीं अब तक काफी मोर बीमार हो चुके हैं। वन विभाग प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी कोई ध्यान नहीं है। ग्रामीण ही अपने स्तर पर बीमार मोरों का इलाज करने में लगे हुए हैं।