जब सौर तूफान की चपेट में आया यह अंतरिक्षयान, धरती से टकराता तो होता भारी नुकसान
वाशिंगटन/नई दिल्ली। नासा के मिशन के बाद इसरो ने भी आदित्य एल-1 के साथ सूरज के अनसुलझे रहस्यों को समझने की कोशिश शुरू की है। इसरो का आदित्य एल 1 मिशन अपनी यात्रा पर है तो नासा का सोलर मिशन पार्कर सोलर प्रोब सूरज का चक्कर लगा रहा है। सूरज पर तूफान के बारे में तो सबने सुना है, लेकिन क्या कभी किसी ने सोलर तूफान को सामने देखा है? जवाब ना में होगा, लेकिन हाल ही में पार्कर सोलर प्रोब सूरज के तूफान में फंस गया, प्रोब के कैमरे के सामने से सौर तूफान गुजरा। उससे निकलने वाली भयानक आवाज को सुनकर कोई भी डर सकता है।
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पार्कर सोलर प्रोब ने बवंडर को किया कैद
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि अंतरिक्ष इतिहास में पहली मर्तबा इतनी नजदीक से सोलर तूफान को कै द करने की यह पहली घटना है। कोरोनल मास इजेक्शन और सुपर हॉट प्लाज्मा में भयानक विस्फोट के बाद निकलता है। अगर यह किसी तरह धरती तक पहुंच जाए तो रेडियो ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो जाएगी। सैटेलाइट्स तबाह हो जाएंगे। बिजली के तमाम ग्रिड बर्बाद हो जाएंगे।
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गति 1 हजार किमी/सेकेंड
नासा की ओर से यह जानकारी दी गई कि अब तक के सबसे ताकतवर सौर तूफान से पार्कर सोलर प्रोब का सामना हुआ था। 14 सेकेंड के उस वीडियो को प्रोब के कैमरे ने कैद किया, जिस समय सौर तूफान से सामना हुआ उस वक्त प्रोब दाहिनी दिशा की तरफ जा रहा था। सोलर प्रोब उस तूफान का सामना करने में कामयाब रहा। वैज्ञानिकों का कहना है कि सौर तूफान में निकलने वाले प्लाज्मा टनों में होता है और उसकी गति 96 से लेकर 1 हजार किमी प्रति सेकेंड की होती है।