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गहलोत के सामने बोले मोदी, कुछ लोग नेगेटिवटी से भरे...देश में कुछ भी अच्छा देख नहीं सकते... विरोध के लिए विवाद खड़ा करना इनकी आदत

01:29 PM May 10, 2023 IST | Jyoti sharma

राजसमंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नाथद्वारा में सीएम अशोक गहलोत के साथ जनता को 5000 करोड़ की योजनाओं की सौगात देने आए थे। उन्होंने जनता को सौगातें दीं और अशोक गहलोत के सवालों के जवाब भी। अपने संबोधन में पीएम मोदी बगैर विपक्ष का नाम लिए कांग्रेस पर निशाना भी साध गए। खास बात यह है कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में गहलोत की उठाई गई मांगों का जिक्र तक नहीं किया। ना ही किसी भी योजना को लेकर कोई संकेत दिया। 

देश में कुछ भी अच्छा हो..वो देख नहीं सकते

 पीएम नरेंद्र मोदी ने भरी सभा में सीएम गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने कहा कि राजस्थान और पूरे देश में हर क्षेत्र में हमारी सरकार ने उल्लेखनीय काम किया है। पहले की सरकारों ने देश और प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम नहीं किया इसलिए आज देश और राजस्थान कई चीजों के लिए कनेक्टिवटी और  पानी जैसी समस्या से दो-चार हो रहा है। अगर पहले की सरकारों ने देश की कनेक्टिवटी पर ध्यान दिया होता तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता और जब आज हमारी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे रही है तो हर बात विरोध करने वाले कहने लग जाते हैं कि ये क्यों किया वो करना चाहिए था। मोदी ने कहा कि देश में कुछ ऐसे लोग हैं कि वो देश में आज कुछ भी अच्छा होते देखना नहीं चाहते। हमारा विरोध करने के लिए वो हर उस काम का भी विरोध करते हैं जो जनहित में होती हैं इतनी ज्यादा नेगेटिवटी से भरे हुए लोग हैं वो। 

पीएम ने कहा कि पहले लाखा बंजारा ने पानी के लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया। उनके नाम पर गुजरात में ही नहीं राजस्थान में भी कहा जाता है कि ये निर्माण तो लाखा-बंजारा ने किया वो तो लाखा-बंजारा ने किया. लेकिन यही लाखा बंजारा जब चुनाव में खड़ा होता है उससे इन्हें काफी दिक्कत होने लगती हैं।

पहले की सरकारों ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम नहीं किया

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूर दृष्टि के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बनाने का नुकसान राजस्थान में भी बहुत उठाया है ।इस मरुभूमि में कनेक्टिविटी के अभाव में आना जाना कितना मुश्किल होता है। यह आप अच्छी तरह जानते हैं। यह सिर्फ आने-जाने तक सीमित नहीं थी बल्कि इससे खेती किसानी व्यापार कारोबार सब कुछ मुश्किल था। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना साल 2000 में अटल सरकार में शुरू हई थी। 2014 तक लगभग 3 लाख 80 हजार  किलोमीटर सड़कें बनी थीं लेकिन देश के ऐसे कई गांव थे जो सड़क संपर्क से कटे हुए थे। 2014 में हमने संकल्प लिया कि हर गांव तक पक्की सड़कें पहुंचा कर रहेंगे। बीते 9 सालों में हमने लगभग साढ़े 3 लाख करोड़ किलोमीटर सड़के बना दीं।

भारत के लोगों की चाह पूरी हो

इसमें से 70 हजार किलोमीटर की सड़कें राजस्थान के गांवों में बनी हैं। भारत सरकार आज गांव तक सड़क पहुंचाने के साथ ही शहरों को भी आधुनिक हाईवे से जोड़ने में जुटी हुई है। 2014 से पहले देश में जिस गति से नेशनल हाईवे का निर्माण हो रहा था उससे दोगुनी तेजी से काम किया जा रहा है। इसका लाभ राजस्थान के किसानों को मिल रहा है। कुछ समय पहले दौसा में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे उसके प्रमुख सेक्शन का लोकार्पण किया था। आज भारत का समाज आकांक्षी समाज है, स्टोर सोसाइटी है। 21वीं सदी के दशक में लोग कम समय में ज्यादा से ज्यादा दूर तक पहुंचना चाहते हैं। हम सभी का दायित्व है कि भारत के लोगों की चाह को पूरा करें।

रेलवे में उल्लेखनीय काम किया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सड़क के साथ ही रेलवे भी काफी जरूरी है। आज गरीब या मध्यम वर्ग को सपरिवार कहीं जाना है तो उसके पहली पसंद रेल होती है। इसलिए आज भारत सरकार दशकों पुराने रेल नेटवर्क को सुधार रही है। आधुनिक बना रही है, आधुनिक ट्रेनें हों, आधुनिक रेलवे स्टेशन हों, आधुनिक रेलवे ट्रैक हों। हम हर स्तर पर एक साथ चार दिशा में काम कर रहे हैं। आज राजस्थान को भी उसकी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस मिल चुकी है। यहां मावली मारवाड़ गेज परिवर्तन की मांग कई सालों से चल रही थी,जो पूरी हो रही है। अहमदाबाद-उदयपुर के रूट को ब्रॉडगेज बदलने का काम भी कुछ महीने पहले पूरा कर दिया गया है। इस रोड पर जो ट्रेन चल रही है उसका काफी लाभ उदयपुर और आसपास के लोगों को हो रहा है। पूरे देश के रेल नेटवर्क को मानवरहित फाटक मुक्त करने के बाद काफी तेजी से पूरे नेटवर्क का बिजली करण किया जा रहा है।

उदयपुर की तरह ही देश के सैकड़ों रेलवे स्टेशन को बना रहे आधुनिक

उदयपुर रेलवे स्टेशन की तरह ही देश के सैकड़ों रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है। उनकी कैपेसिटी बढ़ाई जा रही है। इन सबके साथ माल गाड़ियों के लिए स्पेशल ट्रेन डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बना रहे हैं। बीते 9 सालों में राजस्थान का रेल बजट भी 2014 की तुलना में 14 गुना बढ़ा है।

सुशासन भारत सरकार की प्राथमिकता

मेवाड़ कार्यक्षेत्र हल्दीघाटी की भूमिका है। राणा प्रताप के शौर्य, भामाशाह के समर्पण और वीर पन्नाधाय की त्याग की गाथाएं इस मिट्टी के कण-कण में रची-बसी हैं। कल ही देश में महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें पूर्ण भाव से स्मरण किया था। अपने इस पूंजी को हमें ज्यादा से ज्यादा देश-दुनिया तक ले जाना बेहद जरूरी है। इसलिए आज भारत सरकार अपनी धरोहरों के विकास के लिए अलग अलग सर्किट पर काम कर रही है। भारत सरकार की सुशासन ही प्राथमिकता है। हर नागरिक के जीवन में सुख सुविधा का कैसे विस्तार किया जाए इसके लिए निरंतर काम चल रहा है। श्रीनाथ जी का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे इसी कामना के साथ आप सभी को विकास कार्यों की फिर से एक बार बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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