राजनेता-बिजनेसमैन और हिस्ट्रीशीटर की हत्या की थी प्लानिंग, बदमाशों ने भरतपुर से 4 शार्प शूटर को बुलाया
अजमेर। राजस्थान के अजमेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर एक मकान में ठहरे कई बदमाशों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने चारों आरोपियों से सात पिस्टल व 82 राउंड कारतूस बरामद किए है। सभी आरोपी शार्प शूटर हैं। ये अजमेर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए रुके हुए थे। एसपी चूनाराम जाट ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि चारों आरोपी भरतपुर से आए थे और यहां हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा, राजनेता और अजमेर दक्षिण विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से दावेदार डॉ. राजकुमार जयपाल और स्वर्ण व्यवसाई संजय शर्मा की हत्या करने के इरादे से आए थे।
10 लाख रुपए में तय हुआ सौदा...
इस पूरे घटनाक्रम के मास्टर माइंड वरूण चौधरी व आकाश सोनी है। इन दोनों ने ही पकड़े गए आरोपियों को इस काम के लिए 10 लाख देना तय हुआ था। आकाश पुलिस गिरफ्त में है, लेकिन वरूण पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस चारों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने राजनैतिज्ञ व बिजनेसमेन के नाम का खुलासा नहीं किया है।
बता दें कि शुक्रवार शाम मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि कुंदन नगर इलाके में कुछ बदमाश ठहरे हुए है। जिनके द्वारा हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा, प्रतिष्ठित व्यापारी और एक राजनेता की रेकी कर हत्या करने के फिराक में थे। सूचना मिलते ही सिटी के 9 थानों के थाना प्रभारी, सभी पुलिस उपाध्यक्ष और पुलिस लाइन के जाब्ते और स्पेशल पुलिस के साथ मिलकर कुंदन नगर इलाके के चारों तरफ नाकाबंदी की गई। बाद में डोर टू डोर सर्च अभियान चलाया गया। पुलिस ने देर रात को कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया। जिसमें कपिल कुमार (28) पुत्र रामवीर सिंह जाट, विजय उर्फ विक्की उर्फ पण्डित (20) पुत्र ओमप्रकाश शर्मा, सौरभ (20) पुत्र बीरबल जाट और अभिषेक (20) पुत्र महावीर सिंह जाट को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि चारों आरोपी भरतपुर के निवासी है।
आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि पूर्व में संजय मीणा के साथियों ने साजिश रचकर धर्मेंद्र चौधरी की हत्या की थी। जिस पर धर्मेंद्र चौधरी के भतीजे वरूण चौधरी ने इसका बदला लेने के लिए उनकी हत्या कर आमजन में भय पैदा करना चाहा था। वर्तमान में संजय मीणा विष्णु हिल टाउन, अजमेर में निवास कर रहा है। जिसकी हत्या करवाने की साजिश वरुण चौधरी व आकाश सोनी द्वारा रची गई।
घटना को अंजाम देने के लिए भरतपुर से चार शूटर बुलाए। उनको अमन दिवाकर उर्फ पंडित व आकाश सोनी के सहयोग से कुंदन नगर अजमेर में ठहराया। ये चारों शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी एंव राजनितिज्ञ व संजय मीणा की रेकी कर रहे थे। मौका मिलते ही एक दो दिन में ही अपने सहयोगियों के सहयोग से हत्या करने के प्रयास में थे।
आकाश सोनी की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा…
बता दें कि पिछले दिनों आकाश सोनी ने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो को पोस्ट किया था। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हैदराबाद से आकाश सोनी को गिरफ्तार कर लिया था। आकाश सोनी के द्वारा ही तीनों आरोपियों के साथ मिलकर रेकी की गई थी, लेकिन आकाश सोनी पुलिस को गुमराह करने के लिए तीनों आरोपियों को रेकी करवाने के बाद हैदराबाद चला गया। जिससे कि जब अजमेर में वारदात हो तो उस दौरान आकाश सोनी की लोकेशन अजमेर में नहीं हो और वह पुलिस से बच सके।
मास्टरमाइंड वरुण चौधरी अभी भी फरार…
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में आकाश सोनी और वरुण चौधरी की अहम भूमिका है। इन दोनों के जरिए ही इन चारों शूटर को भरतपुर से यहां भेजा गया था। आरोपी वरुण चौधरी पूर्व में चल रहे मुकदमों में भी वांछित है। अजमेर पुलिस की टीम पहले भी वरुण चौधरी को पकड़ने के लिए गई थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने वरुण चौधरी पर इनाम भी घोषित है।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)