Anurag Maloo : पर्वतारोही अनुराग मालू को आखिरकार किया गया रेस्क्यू, 85 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद मिली सफलता
अजमेर। किशनगढ़ के रहने वाले जाबांज पर्वतारोही अनुराग मालू (Anurag Maloo) को ढूंढ लिया गया है। लगातार 85 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ये सफलता हासिल हुई है।अपने बेटे के सुरक्षित मिलने की खबर से परिवार और पूरे किशनगढ़ में खुशी की लहर दौड़ गई है।
काठमांडू के अस्पताल में कराए गए भर्ती Anurag Maloo
अनुराग मालू (Anurag Maloo) के पिता ओम प्रकाश मालू ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार और देश-दुनिया की दुआओं के चलते उनका बेटे को ढूंढ लिया गया है। रेस्क्यू के बाद अनुराग को नेपाल के काठमांडू के ही एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इतने दिनों तक कोई सुराग न मिलने के चलते परिवार किसी अनहोनी की आशंका से बेहद दुखी थी। अपने बेटे की सलामती के लिए बीते 3 दिन से पूरा परिवार और शहरवासी प्रार्थना कर रहे थे।
अनुराग के दौर नेताओं के दौरे शुरू, दे रहे बधाई
अनुराग के मिलने की खबर के बाद विधायक सुरेश टाक, सभापति दिनेश सिंह राठौड़, भाजपा नेता शशिकांत पाटोदिया पर्वतारोही अनुराग मालू के घर पहुंचे उन्होंने अनुराग के सकुशल मिलने की पर खुशी जताई और ईश्वर से जल्दी स्वस्थ होने की कामना की।
चढ़ाई करते वक्त अन्नपूर्णा हिल्स से 6000 मीटर से नीचे गिरे
बता दें कि अनुराग मालू (Anurag Maloo) नेपाल स्थित दुनिया की 10 वीं सबसे ऊंची चोटी अन्नपूर्णा हिल्स से 6000 मीटर की चढ़ाई करने के बाद गिर गए थे और तभी से वह लापता हो गए थे। कंपनी के ग्रुप की ओर से बीते सोमवार दोपहर को अनुराग के छोटे भाई को उनके लापता होने का संदेश मिला था। जिसके बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
अनुराग 24 मार्च को जयपुर से दिल्ली उसके बाद 25 मार्च को दिल्ली से नेपाल काठमांडू गए थे। उन्होंने बीते 6 अप्रैल को अपनी मां को अपने मिशन के बारे में भी बताया था। 8 तारीख को मां से फोन पर बात भी की थी। अनुराग ने अपनी मां और पिता से मिशन जल्द खत्म होने के बाद घर लौटने की बात कही थी।