'मेरे बच्चे हैं भूत-प्रेत वाले इंसान' मां ने दो बच्चों को उतारा मौत के घाट, कोर्ट में बोलीं- मुझे कोई पछतावा नहीं
नई दिल्ली। मेरे बच्चे भूत-प्रेत वाले इंसान या 'जॉम्बी' थे। कोई बहुत बड़ी कयामत आने वाली थी और वो बच्चों को बचाना चाहती थी। इसलिए बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के लिए बच्चों का 'मरना' जरूरी था। ये एक निर्दयी मां के शब्द थे, जिसने अपने ही दो बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। दोनों बच्चों की हत्या करने बाद भी महिला को कोई पछतावा भी नहीं है। उसने अदालत में इसके पीछे की वजह बताई। महिला की बातें सुनकर पूरा देश हैरान है।
दरअसल, महिला ने अपने 16 और 17 साल के दो बच्चों मौत के घाट उतार दिया। दोनों बच्चों की हत्या करने बाद भी महिला को इसका कोई पछतावा भी नहीं है। उसने अदालत में इसके पीछे की वजह बताई है।
मां का दावा- बच्चों से स्वर्ग में बात कर चुकी है
मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना यूके की है। लॉरी वालो डेबेल (50) को उसके दो बच्चे बेटे जोशुआ (16) और बेटी टायली रयान (17) की हत्या और पति की पूर्व पत्नी टैमी डेबेल की हत्या की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया है। अदालत में मामले को लेकर जारी सुनवाई में डेबेल ने कहा, दोनों बच्चे खुश हैं। उसने दावा किया कि वो बच्चों से स्वर्ग में बात कर चुकी है। इससे पहले बच्चों को मारने का बाद उसने कहा था कि अपराध इसलिए किया क्योंकि कयामत आने वाली थी और वो बच्चों को बचाना चाहती थी।
आरोपी महिला ने अदालत में मामले को लेकर जारी सुनवाई में कहा कि 'यीशु मुझे जानते हैं और यीशु मुझे समझते हैं। मैं आप सभी के साथ शोक मना रही हूं, जो मेरे बच्चों और टैमी के लिए शोक में हैं। यहां जो कुछ हुआ उसकी सच्चाई यीशु मसीह जानते हैं। इस मामले में किसी की हत्या नहीं हुई है। आकस्मिक मौतें होती हैं। आत्महत्याएं होती हैं। दवाओं के घातक दुष्प्रभाव होते हैं।'
2002 में पैदा हुई थी बेटी…
डेबेल ने दावा किया कि साल 2002 में अपनी बेटी टायली को जन्म देते समय उसकी मृत्यु हो गई थी। जब डॉक्टर उस पर काम कर रहे थे, उसने कहा, 'मुझे लगा कि मेरी आत्मा फर्श पर गिर रही है और वो वापस लौटने से पहले अपने शरीर को देख रही है। इस अनुभव के कारण, मुझे स्वर्ग और आध्यात्मिक दुनिया तक पहुंच प्राप्त हुई है। तब से, मेरी अपने बच्चों सहित स्वर्ग में रहने वाले लोगों से कई बार बातें हुई हैं।'
मां बोली- वो जहां है, वहां खुश है
महिला ने आगे कहा, 'मैं इस तथ्य के बारे में जानती हूं कि मेरे बच्चे आध्यात्मिक दुनिया में खुश और व्यस्त हैं। टायली ने अपने पूरे जीवन में शारीरिक दर्द झेला है और अब वो जीवन के सभी दर्द से आजाद है। मैं धरती पर ऐसी इंसान हूं जिसे पता है कि टायली ने कितना कुछ झेला है। उसका शरीर ठीक से काम नहीं कर रहा था। डेबेल ने कहा कि उसने जोशुआ के साथ भी बातचीत की है और कहा, 'वो व्यस्त है, उसके पास काम है, जो वो वहां करता है और वो जहां है, वहां खुश है।'
बता दें कि महिला और उसके पति ने साल 2022 में अपने दोनों बच्चों की हत्या की थी। इडाहो जिला न्यायालय के जज स्टीवन बॉयस ने आरोपी मां को पैरोल के बिना उम्रकैद की सजा दी है। वहीं इससे पहले एक जज ने उसकी मौत की सजा को खारिज करने के लिए बचाव दल के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। डेबेल और उसके पति चाड डेबेल ने बच्चों को लेकर जांचकर्ताओं से झूठ बोला था।
टायली और जोशुआ के शव जून 2022 में डेबेल के बैकयार्ड में दफन मिले थे। सुनवाई के दौरान डेबेल की दोस्त मेलानी गिब ने गवाही दी थी कि उसने (डेबेल) और उसके पति चाड डेबेल ने कहा था कि उनके बच्चे भूत-प्रेत वाले इंसान या 'जॉम्बी' थे। कपल ने कथित तौर पर दावा किया था कि बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के लिए बच्चों का 'मरना' जरूरी है।